"विशेष अभियान 5.0: चार हजार करोड़ से अधिक राजस्व और स्वच्छता में वृद्धि"
नई दिल्ली। 'विशेष अभियान 5.0' ने नए मानक स्थापित किए हैं। इस कार्यक्रम के तहत भारत सरकार ने पिछले 4 साल में चार हजार करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व प्राप्त किया है। केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को यह जानकारी दी। 'विशेष अभियान 5.0' का उद्देश्य स्वच्छता को बढ़ावा देना, कार्य को सरल बनाना व मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रमों और इसके अंतर्गत आने वाले संगठनों में लंबित शिकायतों का समाधान करना है। केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने 'एक्स' पोस्ट में लिखा, "कचरे के निपटान से 4,085 करोड़ रुपए (2021 से) का राजस्व प्राप्त हुआ।"
उन्होंने देश में स्वच्छता के प्रति जागरूकता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद भी किया। उन्होंने बताया कि 9.87 लाख से अधिक जगहों पर स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें 2021 के बाद के कुल स्वच्छता अभियान स्थलों की संख्या 21.92 लाख है। अभियान के दौरान 231.75 लाख स्क्वायर फुट जगह खाली हुई। जितेंद्र सिंह ने यह भी बताया कि 53.21 लाख से अधिक रिकॉर्ड प्रबंधन फाइलों की समीक्षा की गई, जिसमें से 28.44 लाख फाइलों को बंद किया गया है। 7.3 लाख जन शिकायतें और अपीलों का निपटारा किया गया।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने 'विशेष अभियान 5.0' के मुख्य चरण में सक्रिय रूप से भाग लिया। मंगलवार को जानकारी दी गई कि 2 अक्टूबर से शुरू होकर 31 अक्टूबर 2025 तक 1836 से अधिक स्वच्छता अभियान चलाए गए। इसके अतिरिक्त, सांसदों के तीन संदर्भ, 7 संसदीय आश्वासन, 307 लोक शिकायतें और 27 लोक शिकायत अपीलों का निपटारा किया गया। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने यह भी बताया कि 1250 फाइलों की समीक्षा की गई और 466 फाइलों को छांटा गया। 658 ई-फाइलों की समीक्षा की गई, जिनमें से 266 फाइलों को बंद कर दिया गया। फाइलों को छांटने और कबाड़ के निपटान से लगभग 4,000 वर्ग फुट जगह खाली हुई। कबाड़ के निपटान से 7.58 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। 'विशेष अभियान 5.0' पहल के तहत कोयला मंत्रालय ने मोटी कमाई की है। सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि 2 से 31 अक्टूबर तक मंत्रालय ने अपने निर्धारित लक्ष्यों को पार करते हुए 56,85,76,462 का कुल राजस्व अर्जित किया और 1,28,527 फाइलों का निराकरण व समापन किया।
