बाराबंकी में भीषण हादसा: एक परिवार के चार सदस्य सहित आठ की मौत, चार चिताएं एक साथ जलीं
बाराबंकी। सोमवार रात हुए भीषण सड़क हादसे ने पूरे जिले को झकझोर दिया। फतेहपुर कस्बे के प्रसिद्ध ज्वेलर प्रदीप रस्तोगी और उनके परिवार के चार सदस्यों सहित आठ लोगों की मौत इस हादसे में हो गई। मंगलवार को जब चार चिताएं एक साथ जलीं, तो आसपास मौजूद लोग सदमे में बेसुध हो गए।
हादसे में प्रदीप रस्तोगी के अलावा कार में सवार बालाजी मिश्रा (55) और उनके बेटे विष्णु (15) भी मारे गए। दो अन्य—इंद्र कुमार (50) और विष्णु (15)—गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें जिला अस्पताल से लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया, लेकिन मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई।
प्रदीप रस्तोगी फतेहपुर कस्बे के मोहल्ला मुंशीगंज में 'गौरी ज्वेलर्स' नामक दुकान चलाते थे। हादसे ने उनके पूरे परिवार को उजाड़ दिया। शव पोस्टमॉर्टम के बाद मुंशीगंज लाए गए, जहां महिलाओं की चीख-पुकार और लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था। थोड़ी देर बाद चारों शवों को श्मशान घाट ले जाया गया, जहां छोटे भाई के परिवार ने मुखाग्नि दी।
ग्रामीणों ने बताया कि ट्रक की रफ्तार बहुत तेज थी, जिससे कार का ड्राइवर कुछ कर ही न पाया। टक्कर और धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दूर-दूर तक लोग दौड़ पड़े। मौके पर भीड़ जुटी और स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला।
हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक और सदमे की लहर फैला दी है।
