डाक विभाग की नई घोषणा: 1 अक्तूबर से स्पीड पोस्ट शुल्क में बढ़ोतरी, छात्रों को मिलेगी 10% छूट

Speed Post: भारतीय डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट सेवाओं में बड़ा बदलाव किया है। 1 अक्तूबर 2025 से स्पीड पोस्ट की नई दरें लागू हो जाएंगी। इससे उन सभी लोगों पर असर पड़ेगा, जो निजी कूरियर कंपनियों की बजाय भारतीय डाक की सेवाओं का उपयोग करते हैं। अब दस्तावेज और पार्सल भेजने के लिए पहले की तुलना में अधिक शुल्क देना होगा। साथ ही, डाक विभाग ने अपनी सेवाओं को और भी सुरक्षित और आधुनिक बनाने के लिए नए फीचर्स भी जोड़े हैं। इनमें ओटीपी आधारित डिलीवरी, रियल-टाइम ट्रैकिंग और ऑनलाइन बुकिंग जैसी सुविधाएँ शामिल हैं।
50 ग्राम से लेकर 500 ग्राम तक के पार्सल की नई दरें
दूरी बढ़ने पर शुल्क में भी होगी बढ़ोतरी
अगर पार्सल लंबी दूरी तक भेजा जाता है, तो शुल्क और भी बढ़ जाता है। 200 किलोमीटर से लेकर 2000 किलोमीटर तक की दूरी के लिए 50 ग्राम तक का सामान भेजने पर 47 रुपए, 51 से 250 ग्राम तक के सामान पर 59 से 77 रुपए और 251 से 500 ग्राम तक के पार्सल पर 70 से 90 रुपए शुल्क लिया जाएगा। इसके अलावा, माल एवं सेवा कर (GST) भी लागू होगा। यह बदलाव लंबी दूरी पर पार्सल भेजने वालों को विशेष रूप से प्रभावित करेगा।
छात्रों को मिलेगी विशेष 10% छूट
डाक विभाग ने छात्रों को स्पीड पोस्ट सेवाओं की बेहतर पहुंच देने के लिए 10% की छूट की सुविधा भी शुरू की है। छात्र विशेष रजिस्ट्रेशन सर्विस के माध्यम से सुरक्षित तरीके से दस्तावेज और पार्सल भेज सकते हैं। इस सर्विस में डिलीवरी केवल प्राप्तकर्ता या प्राप्तकर्ता द्वारा अधिकृत व्यक्ति को ही की जाएगी।
वन-टाइम पासवर्ड डिलीवरी और अतिरिक्त सुरक्षा फीचर्स
सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए ‘वन-टाइम पासवर्ड डिलीवरी’ फीचर भी पेश किया गया है। इसके लिए प्रति स्पीड पोस्ट आइटम 5 रुपए शुल्क लगेगा, साथ ही GST लागू होगा। इस नई सुविधा से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपका पार्सल केवल प्रमाणित व्यक्ति तक ही पहुंचे।