बाजार में निवेशकों की विजय मुस्कान! बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों की रैली से शेयर बाजार में उछाल

Stock Market: बुधवार को भारतीय शेयर बाजार जोश में दिखा। हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन प्रमुख सूचकांकों में शानदार बढ़त देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 575.45 अंक यानी 0.70 प्रतिशत की तेजी के साथ 82,605.43 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 697 अंक तक उछलते हुए 82,727 के स्तर तक पहुंचा। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 178.05 अंक या 0.71 प्रतिशत की छलांग लगाकर 25,323.55 पर बंद हुआ।
एशियाई और यूरोपीय बाजारों में तेजी का असर

रुपये में आई चार महीने की सबसे बड़ी तेजी
भारतीय रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 75 पैसे मजबूत होकर 88.06 पर बंद हुआ। यह बीते करीब चार महीनों में सबसे बड़ी इंट्राडे मजबूती रही। विश्लेषकों का कहना है कि आरबीआई के संभावित हस्तक्षेप और घरेलू बाजारों में बढ़ती तेजी ने रुपये को सहारा दिया। साथ ही भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति की उम्मीदों ने भी इस तेजी में योगदान दिया।
सेंसेक्स की दिग्गज कंपनियों में मुनाफे की लहर
सेंसेक्स से जुड़ी कंपनियों में आज बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व ने सबसे मजबूत प्रदर्शन किया। इनके अलावा एशियन पेंट्स, लार्सन एंड टुब्रो, ट्रेंट, अल्ट्राटेक सीमेंट और अदानी पोर्ट्स जैसे शेयरों में भी बढ़त दर्ज की गई। वहीं, टाटा मोटर्स, इंफोसिस, टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों पर दबाव रहा।
वैश्विक बाजारों में दिखी मजबूती
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, चीन का एसएसई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स सभी बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजारों ने भी इसी रुख का समर्थन किया। हालांकि मंगलवार को अमेरिकी बाजार मिश्रित रुख में रहे थे, लेकिन फेड के बयान ने ग्लोबल सेंटीमेंट को मजबूती दी।
विशेषज्ञों की राय ने दिलाया भरोसा
Jiojit Investments Limited के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि दो दिनों की बिकवाली के बाद आज बाजार में सुधार देखने को मिला। उन्होंने बताया कि फेड चेयरमैन द्वारा ब्याज दरों पर सॉफ्ट स्टैंड अपनाने और भविष्य में ‘मात्रात्मक सख्ती’ घटाने की संभावना ने निवेशकों का मनोबल बढ़ाया है।
क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट से मिली राहत
वैश्विक बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव 0.18 प्रतिशत गिरकर 62.28 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। यह भारत के लिए राहत की बात रही क्योंकि ईंधन की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कमी से मुद्रास्फीति का दबाव घटने की उम्मीद है। दूसरी ओर, एक्सचेंज डेटा के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 1,508 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 3,661 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
पिछले सत्र की गिरावट का पूरा बदला
पिछले कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 297 अंक और निफ्टी 81 अंक फिसले थे, लेकिन बुधवार को बाजार ने रफ्तार पकड़ते हुए उस गिरावट की भरपाई कर ली। निवेशकों की उम्मीदें अब अमेरिकी आर्थिक नीतियों और घरेलू तिमाही परिणामों पर टिकी हैं।