मुजफ्फरनगर में BJP नेता के अवैध पटाखों को लेकर हंगामा, व्यापारियों ने बंद की दुकानें, पुलिस के बैग में पकड़े चोरी किए पटाखे !


हंगामे के बीच पुलिस बैकफुट पर आ गई और गाड़ी में रखे गए पटाखों को वापस दुकानों में रखवाकर गोदामों को दोबारा सील कर दिया गया। इस दौरान व्यापारियों ने मीडिया से बातचीत करने से परहेज किया। मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट पंकज राठौर और एएसपी सिद्धार्थ मिश्रा की अगुवाई में पुलिस, दमकल और प्रशासन की टीमें मौजूद रहीं।
जानकारी के मुताबिक, कार्रवाई से पहले अधिकारियों ने पटाखों के सैंपल लिए और बाकी माल नष्ट करने के लिए गाड़ी में भरा। हंगामे के बाद एक गाड़ी पटाखों की रवाना की गई, जबकि बाकी पटाखे गोदामों में वापस रख दिए गए।व्यापारियों का आरोप है कि जो गाड़ी पुलिस पटाखों की लेकर गई थी वो शहर कोतवाली में खाली कर ली गई ।
व्यापारियों ने एक पुलिस कर्मी के बैग की तलाशी ली तो उसमें पटाखे भरे देखकर व्यापारियों का गुस्सा और भड़क गया । उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस जब से गोदाम सील किए है तभी से पटाखे निकालकर ले जा रही है ।व्यापारियों की चौकी प्रभारी मोहित कुमार से इस मामले को लेकर बहस भी हुई ।
यह पूरा मामला भाजपा नेता कन्हैया शर्मा से जुड़े अवैध पटाखा भंडारण से संबंधित है। 13 अक्टूबर को पुलिस ने सात गोदामों से करीब 40 क्विंटल पटाखे (कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये) जब्त किए थे। मामला विस्फोटक अधिनियम के तहत बीजेपी नेता समेत दो के खिलाफ दर्ज किया गया है।
पुलिस का कहना है कि भंडारण अवैध था और इसमें सुप्रीम कोर्ट तथा NGT के आदेशों का उल्लंघन किया गया। वहीं व्यापारियों का कहना है कि वे सभी नियमों का पालन करते हैं और कार्रवाई गलत तरीके से की गई है।
एएसपी सिद्धार्थ मिश्रा ने कहा कि “जब्ती की कार्रवाई जारी रहेगी। किसी भी प्रकार का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दीपावली के मद्देनजर अवैध पटाखा कारोबार पर सख्ती की जाएगी।”
गौरतलब है कि कानपुर और अयोध्या में हुए विस्फोटों के बाद से प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। एसएसपी संजय वर्मा ने जिले में अवैध पटाखा कारोबार के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
हंगामे के बाद भले ही बाजार शांत हो गया हो, लेकिन तनाव अब भी बरकरार है। दीपावली नजदीक होने से अवैध पटाखों के कारोबार पर पुलिस और व्यापारियों के बीच टकराव और बढ़ता दिखाई दे रहा है।
पुलिस द्वारा पटाखा चोरी के बारे में सीओ सिटी सिद्धार्थ मिश्रा ने आरोपों को ग़लत बताया है । उनका कहना है कि पुलिस गाड़ी में पटाखे भर रही थी, कोई अपने बैग में नहीं भर रहा था ।