गाजियाबाद में करते थे ऑन डिमाण्ड वाहन चोरी, गैंग के चार बदमाश गिरफ्तार, सात गाड़ियां बरामद

गाजियाबाद । क्राइम ब्रांच और थाना लिंक रोड पुलिस ने सोमवार को अन्तरराज्यीय सलमानी गैंग के चार शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है। गैंग ऑन डिमाण्ड अधिकतर मारुति कम्पनी की गाड़ियों की चोरी करता है और दिल्ली-एनसीआर व कई राज्यों में इन्हें बेच देता है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 07 चोरी की कारें, चोरी में प्रयुक्त इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अवैध शस्त्र बरामद किए हैं।
एडीसीपी पीयूष सिंह ने बताया कि 08 अगस्त को थाना लिंक रोड क्षेत्र से एक ब्रेजा कार चोरी हुई थी। पुलिस ने कार बरामद कर अज्ञात चोरों के विरुद्ध तलाश शुरू की। इसी दौरान गैंग का सरगना फारूख सलमानी और उसका साथी शाहनवाज उर्फ गोलू पुलिस मुठभेड़ में पकड़े गए थे। उनके पास से दिल्ली से चोरी की दो कारें और नाजायज असलहे बरामद हुए थे।
इसके बाद पूछताछ में मिली जानकारी पर कार्रवाई करते हुए स्वाट टीम और थाना लिंक रोड पुलिस ने सोमवार को डाबर तिराहा से गैंग के चार अन्य बदमाशों – चाँद (निवासी ग्राम सौंदा, निवाड़ी), सूफियान (मियां सराय, सम्भल), उवैश (ग्राम कनपुरा, डिडौली) और बृजमोहन उर्फ बीएम (लोहरा, बुलन्दशहर) को चोरी की गाड़ियों सहित गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार, फारूख सलमानी पर वाहन चोरी और शराब तस्करी के दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह पहले भी गाजियाबाद, हापुड़, नोएडा, हरिद्वार, सोनीपत और दिल्ली की विभिन्न जेलों में जा चुका है।
गैंग की भूमिका तय है—चाँद और शाहनवाज उर्फ गोलू वाहन चोरी के ड्राइवर हैं, जबकि सूफियान, उवैश और बृजमोहन चोरी की गाड़ियों को विभिन्न राज्यों में रिसीवरों तक पहुँचाने का काम करते हैं। इन गाड़ियों को पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड और झारखंड के रिसीवरों को बेचा जाता है।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि गैंग ऑन डिमाण्ड गाड़ियों की चोरी करता है। दरें भी तय हैं—ब्रेजा कार 70 हजार रुपये, स्विफ्ट 65 हजार, सियाज 80 हजार, स्विफ्ट डिज़ायर 75 हजार और क्रेटा 1 लाख रुपये में बेची जाती हैं। पुलिस ने बताया कि कई अन्य रिसीवरों के नाम सामने आए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।