सांस लेना मुश्किल... प्रदूषण के खिलाफ फूटा दिल्ली के लोगों का गुस्सा, इंडिया गेट पर बच्चों-बुज़ुर्गों का प्रदर्शन
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि यह सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि उस शहर का दर्द है जो अब खुली हवा में साँस नहीं ले पा रहा। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में संविधान की प्रतियां लिए हुए थे और साफ हवा को मौलिक अधिकार के रूप में मांग रहे थे।
हालांकि, प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन इंडिया गेट के आसपास पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई थी।
डीसीपी देवेश कुमार महला के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने मान सिंह रोड जाम कर दिया था। पुलिस ने दावा किया कि उन्हें बार-बार समझाया गया कि वे जंतर-मंतर पर जाकर प्रदर्शन करें, लेकिन जब वे नहीं माने, तो सड़क खोलने के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लेना पड़ा। पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह केवल ‘निवारक कार्रवाई’ थी, न कि गिरफ्तारी।
पैरेंट्स का डर, छात्रों की आवाज़'
प्रदर्शन में शामिल पर्यावरण कार्यकर्ता भवरीन कंधारी ने ज़ोर देकर कहा, "यह विरोध किसी पार्टी का नहीं है, बल्कि उन पैरेंट्स का है जो अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर डरे हुए हैं।"
इस सिटीजन्स मार्च में जेएनयू (JNU) और दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के छात्र भी शामिल हुए। जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष अदिति मिश्रा ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "सरकार सिर्फ बयान देती है, लेकिन प्रदूषण के असली कारणों पर कोई ठोस काम नहीं करती।"
