हरियाणा में कांग्रेस का 22 दिवसीय महाअभियान शुरू, 'वोट चोर गद्दी छोड़' के नारे पर उठेगा राज्यव्यापी जनरोष
Haryana News: हरियाणा में विधानसभा चुनावों में कथित वोट चोरी के आरोपों के बीच कांग्रेस ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ नामक बड़े पैमाने के आंदोलन की शुरुआत करने जा रही है। पार्टी ने 22 दिनों तक चलने वाले इस राज्यव्यापी अभियान का खाका तैयार कर लिया है। इसकी शुरुआत 12 नवंबर को करनाल से होगी, जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह और रोहतक से सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा नेतृत्व करेंगे।
पार्टी ने बनाई जिलावार कमेटियां
दिल्ली में बनी रणनीति
अभियान की रणनीति नई दिल्ली में हरियाणा मामलों के प्रभारी बीके हरिप्रसाद की अध्यक्षता में हुई बैठक में तैयार की गई। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद कुमारी सैलजा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल व प्रफुल्ल गुडथे के साथ कई वरिष्ठ नेता शामिल रहे। बैठक में जिला स्तर पर जिम्मेदारियां बांटने से लेकर आंदोलन के कार्यक्रम तक सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
करनाल में तैयारियाँ पूरी, जिलों में भेजे निर्देश
करनाल में 12 नवंबर को होने वाले पहले बड़े प्रदर्शन की तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। प्रदेश अध्यक्ष की ओर से सभी जिलाध्यक्षों, सांसदों, विधायकों, पूर्व जनप्रतिनिधियों, AICC सदस्यों, PCC डेलीगेट्स व संगठन से जुड़े सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश भेज दिए गए हैं। जिला स्तर पर होने वाले रोष प्रदर्शन के बाद प्रत्येक जिला अपनी रिपोर्ट प्रदेश मुख्यालय भेजेगा, जिसे कम्पाइल कर हाईकमान के पास प्रस्तुत किया जाएगा।
22 दिनों का पूरा कार्यक्रम निर्धारित
कांग्रेस ने आंदोलन का पूरा रोडमैप जारी कर दिया है। करनाल के बाद 13 नवंबर को अंबाला, 15 को फरीदाबाद, 17 को चरखी दादरी, 18 को हिसार, 19 को पलवल, 20 को कैथल, 21 को सिरसा, 22 को रेवाड़ी, 24 को पंचकूला, 26 को जींद, 27 को महेंद्रगढ़, 28 को सोनीपत, 29 को यमुनानगर और 30 नवंबर को रोहतक में प्रदर्शन होंगे।
इसके बाद 3 दिसंबर को नूंह, 4 को भिवानी, 6 को फतेहाबाद, 7 को झज्जर और 8 दिसंबर को पानीपत में आंदोलन आयोजित होगा।
वरिष्ठ नेताओं को मिले महत्वपूर्ण मोर्चे
अभियान को मजबूत करने के लिए पार्टी ने अपने सभी सांसदों, विधायकों, पूर्व सांसदों-विधायकों और 2024 के चुनावों में उम्मीदवार रहे नेताओं को प्रमुख जिम्मेदारियां दी हैं। अलग-अलग जिलों में निगरानी और समन्वयन के लिए भी नेता नियुक्त किए गए हैं।
अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर – सांसद वरुण मुलाना
भिवानी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी – पूर्व सीपीएस राव दान सिंह
फरीदाबाद, पलवल – पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह
फतेहाबाद, सिरसा – सांसद कुमारी सैलजा
गुरुग्राम, रेवाड़ी, नूंह – अभिनेता व नेता राज बब्बर
हिसार – सांसद जयप्रकाश ‘जेपी’
झज्जर, रोहतक – सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा
जींद, सोनीपत – सांसद सतपाल ब्रह्मचारी
कैथल – रामचंदर गुर्जर
करनाल, पानीपत – दिव्यांशु बुद्धिराजा
कुरुक्षेत्र – मेवा सिंह
पार्टी मान रही है कि प्रदेश के हर ज़िले में इतने बड़े पैमाने पर नेताओं की सक्रियता आंदोलन को गति देने में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
