गौतमबुद्धनगर पुलिस की बड़ी सफलता, दो वर्षों में सैकड़ों गुमशुदा बच्चे और बालिग सकुशल बरामद
गौतमबुद्धनगर। पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के कुशल नेतृत्व, संवेदनशीलता और निरंतर निगरानी में कमिश्नरेट पुलिस द्वारा गुमशुदा बच्चों व बालिग व्यक्तियों की खोज के लिए व्यापक, त्वरित और समन्वित अभियान लगातार जारी है।
पुलिस की तत्काल कार्रवाई, सघन तलाशी व निरंतर प्रयासों की बदौलत 36 नाबालिग बालक और 103 नाबालिग बालिकाएं सकुशल बरामद कर परिवारों को सौंपे गए। वहीं, वर्ष 2025 (अक्टूबर तक) में कुल 87 नाबालिग बच्चों (18 बालक व 69 बालिकाएं) के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज हुई। इस दौरान पुलिस ने 12 बालक और 53 बालिकाएं सुरक्षित खोजकर परिजनों को वापस मिलाया। गौतमबुद्धनगर पुलिस को बालिग महिलाओं और पुरुषों की खोज में भी बेहतर परिणाम मिले हैं। इसके मुताबिक, वर्ष 2024 में कुल 749 बालिग व्यक्ति (525 महिलाएं व 224 पुरुष) गुमशुदा हुए। पुलिस की समयबद्ध कार्रवाई के तहत 315 महिलाएं और 172 पुरुष सुरक्षित ढूंढकर घर लौटाए गए। वर्ष 2025 (अक्टूबर तक) में 568 बालिग व्यक्ति (412 महिलाएं व 156 पुरुष) गुमशुदा दर्ज हुए थे, जिनमें से अब तक 202 महिलाएं व 115 पुरुष बरामद किए जा चुके हैं। गौतमबुद्धनगर पुलिस ने गुमशुदा व्यक्तियों की खोज के लिए कई अहम रणनीतियां अपनाईं।
इनमें गुमशुदगी की तत्काल रिपोर्ट दर्ज करना, थाना स्तर पर विशेष टीमों का गठन, सीसीटीवी फुटेज विश्लेषण, मोबाइल सर्विलांस व तकनीकी मॉनिटरिंग, अंतरराज्यीय पुलिस समन्वय और फील्ड इंटेलिजेंस का अधिकतम उपयोग शामिल है। इन सुनियोजित प्रयासों से पिछले दो वर्षों में सैकड़ों नाबालिग बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को सुरक्षित ढूंढ़कर परिजनों से मिलाया गया, जिससे कई परिवारों में दोबारा सुरक्षा और विश्वास की भावना मजबूत हुई है। गौतमबुद्धनगर पुलिस शेष गुमशुदा बच्चों और बालिग व्यक्तियों की तलाश में लगातार अभियान चला रही है। तकनीक और मानव संसाधन के सम्मिलित उपयोग के साथ पुलिस का लक्ष्य है कि हर गुमशुदा व्यक्ति को सुरक्षित घर वापस लौटाया जाए।
