नोएडा। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डा. लोकेश एम के सख्त निर्देश के बाद बुधवार को विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) महेन्द्र प्रकाश ने ग्राम-बरौला, सदरपुर एवं सेक्टर-25 का औचक निरीक्षण किया। गांव बरौला में निरीक्षण के दौरान सीवर भरे हुए थे, जिस कारण पानी रोड पर एवं गलियों में बह रहा था। वहीं सेक्टर-25 स्थित मोदी मॉल द्वारा गंदगी फैलाने एवं नियमों के उल्लंघन करने पर 25 लाख रुपये का चालान प्राधिकरण अधिकारियों द्वारा किया गया। प्राधिकरण की इस कार्रवाई में शहर के अन्य दुकानदारों में हड़कंप मचा हुआ है।
नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी महेन्द्र प्रकाश द्वारा आज किये गए निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ प्रबंधक (जल एवं सीवर) प्रदीप कुमार द्वारा उन्हें बताया गया कि वर्तमान में जो सीवर लाईन है, उनकी सफाई नियमित रुप से करायी जा रही है। साथ ही ग्राम-बरौला में बढ़ती आबादी के लिए सीवर के समाधान के लिए एक संपवेल का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसके लिए काफी लाईन डल चुकी है जिससे सभी सीवर लाईनें संपवेल से जुड़ जायेंगी।
वहीं वरिष्ठ प्रबंधक (वर्क सर्किल 3) राजकमल द्वारा अवगत कराया गया कि पूरी ड्रेन को नया बनाने के लिए 20 करोड़ रुपये के कार्यों के आगणन स्वीकृत हो चुके हैं। निविदा प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण कर नयी डेन बनायी जायेंगी एवं तत्काल जल निकासी की स्थिति के लिए जो ड्रेन, कल्वर्ट आदि जाम है अथवा मकान मालिकों द्वारा अतिक्रमण किया गया है उन जगहों को खोला जायेगा। ग्राम में कई जगह रिक्त भूमि पड़ी है, उन प्लॉटो पर ग्रामवासियों द्वारा कब्जा किया जा रहा है। ऐसी सभी भूमि को वायरफेंसिंग करके एक बोर्ड लगाए जाने के निर्देश ओएसडी द्वारा दिये गये। इस दौरान ओएसडी ने कहा कि ग्राम में जितने भी अवैध निर्माण कर कमर्शियल गतिविधि की जा रही है, उन सभी को नोटिस जारी किया जाए।
इसके अलावा महाप्रबन्धक (जन स्वा.-प्रथम) एसपी सिंह एवं परियोजना अभियन्ता (जन स्वा.-प्रथम) गौरव बंसल द्वारा सेक्टर-25 मोदी मॉल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान प्राधिकरण अधिकारियों को पता चला कि बल्क वेस्ट जनरेटर अपशिष्ट पृथक्करण, भंडारण एवं अपशिष्ट प्रसंस्करण के संदर्भ में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के नियमों का यहां पर अनुपालन नहीं किया जा रहा है।
कचरे का पृथक्कीकरण भी नहीं किया जा रहा है। कचरा अनाधिकृत कबाडियों को दिया जा रहा है. जो कचरे को सड़क पर फेंक रहे हैं। कचरा कक्ष के बाहर हर जगह पर गंदगी बह रही थी, जिससे वेक्टर जनित रोग फैलने की संभावना है।
यही नहीं निरीक्षण के दौरान मॉल प्रबंधन एवं कर्मचारियों द्वारा प्राधिकरण अधिकारियों का कोई सहयोग नहीं किया गया। उक्त सभी विषयों पर संज्ञान लेते हुए प्राधिकरण अधिकारियों ने सेक्टर-25 स्थित मोदी मॉल द्वारा गंदगी फैलाने एवं नियमों के उल्लंघन करने पर 25 लाख का चालान किया गया।