नोएडा। नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आज डीजीसीए की ओर से कैलिब्रेशन फ्लाइट टेस्ट किया जा रहा है। आज चार फ्लाइट्स लैंडिंग और टेक ऑफ करेंगी। फ्लाइट लैंडिंग और टेक ऑफ के दौरान डीजीसीए सभी मानक को जांचेगा। इसके बाद डीजीसीए नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को अनापत्ति प्रमाण पत्र देगा। टेस्ट के दौरान एयरपोर्ट पर विशेष सेंसर और उपकरणों से लैस विमान उड़ान भरेंगे और उतरेंगे।
   
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि आज से दो दिन तक एयरपोर्ट पर परीक्षण जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर एयर इंडिया के विमान ने उड़ान भरा और उत्तरा। एयरपोर्ट का रनवे, नेविगेशन, संचार प्रणालियां, रडार इत्यादि की प्रमुखता से जांच की जा रही है। यह टेस्ट उड़ान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। टेस्ट में सभी उपकरण और सेंसर सही काम करते मिलने पर विमान सेवाओं के लिए हरी झंडी मिल जाएगी। यानी एयरपोर्ट को एयरोड्रम लाइसेंस मिल जाएगा। इसके शुभारंभ के बाद दिसंबर से विमान सेवाएं शुरू होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि यह टेस्ट बृहस्पतिवार से होना था, लेकिन मौसम खराब होने के चलते यह आज से शुरू हुआ।
   
  विशेष कार्याधिकारी ने बताया कि कैलिब्रेशन फ्लाइट एक अनिवार्य परीक्षण है जो हवाई अड्डों और विमानन उपकरणों की सटीकता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। इसका उद्देश्य एयर नेविगेशन और कम्युनिकेशन सिस्टम्स जैसे इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम और रडार की जांच करना होता है। इसके लिए विशेष रूप से सुसज्जित विमान निर्धारित पैटर्न में उड़ान भरते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जमीनी नेविगेशन उपकरण अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के अनुरूप काम कर रहे हैं। किसी भी हवाई अड्डे को संचालन की अनुमति देने से पहले इन उड़ानों का पूरा होना बेहद आवश्यक होता है।