सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर पीएम मोदी का कांग्रेस पर प्रहार: वंदे मातरम को भी काट दिया, देश की एकता से किया विश्वासघात
 
                 
              
                Gujarat News: सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के नर्मदा जिले के केवडिया में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस सरकारों ने सरदार पटेल की नीतियों को भुला दिया और देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता को गंभीरता से नहीं लिया। मोदी ने कहा कि लौहपुरुष सरदार पटेल ने जिस भारत के निर्माण का सपना देखा था, उसे कांग्रेस ने अपनी गलत नीतियों और तुष्टिकरण की राजनीति से कमजोर किया।
कांग्रेस ने सरदार पटेल की नीतियों से भटक गई - पीएम मोदी
कांग्रेस ने अपनाई गुलामी की मानसिकता
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर ऐतिहासिक आरोप लगाते हुए कहा कि आजादी के बाद भी कांग्रेस अंग्रेजों की गुलामी की मानसिकता से बाहर नहीं निकल सकी। अंग्रेजों ने "वंदे मातरम" पर रोक लगाई और कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए उसी नीति को आगे बढ़ाया। देश की आत्मा में बसे वंदे मातरम के एक हिस्से को काट देना कांग्रेस की मानसिकता का प्रतीक था।
महान विभूतियों की उपेक्षा पर बोले मोदी
मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने सिर्फ सरदार पटेल ही नहीं, बल्कि डॉ. भीमराव अंबेडकर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, लोकनायक जयप्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर जैसी महान विभूतियों के योगदान को भी हाशिये पर डाल दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के बाद सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय योगदान का सम्मान किया — प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न और समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
यह लौहपुरुष सरदार पटेल का भारत है- मोदी
राष्ट्रीय एकता दिवस पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह लौहपुरुष सरदार पटेल का भारत है, जो सुरक्षा और सम्मान के मामले में कभी समझौता नहीं करता।” उन्होंने भारत की एकता के चार स्तंभों - सांस्कृतिक एकता, भाषाई एकता, भेदभाव-रहित विकास और कनेक्टिविटी - पर जोर देते हुए बताया कि आज डिजिटल क्रांति देश को नई एकता की डोर में बांध रही है।
2014 के बाद दिखी भारत की असली इच्छाशक्ति
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 के बाद दुनिया ने भारत की इच्छाशक्ति देखी है। अनुच्छेद 370 को खत्म कर कश्मीर को मुख्यधारा में जोड़ा गया और ऑपरेशन सिंदूर ने दिखाया कि भारत अब किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद और माओवाद के दौर में 125 जिलों पर प्रभाव था, लेकिन अब यह घटकर महज 11 जिलों तक रह गया है — और प्रभावी रूप से केवल 3 जिलों में सीमित है।
एकता में ही शक्ति है- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकसित और सशक्त भारत के निर्माण के लिए चार बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है - सांस्कृतिक एकता, भाषाई सम्मान, भेदभाव-मुक्त समाज और बेहतर कनेक्टिविटी। उन्होंने कहा कि आज डिजिटल इंडिया अभियान ने देश के हर कोने को जोड़ा है, जिससे भारत की एकता और मजबूत हुई है।
गुजरात का टेबलो: अखंड भारत की गाथा
कार्यक्रम में गुजरात सरकार की झांकी “अखंड भारत” की थीम पर आधारित थी, जिसने सरदार पटेल के ऐतिहासिक योगदान को जीवंत कर दिया। झांकी में महाराजा कृष्ण कुमार सिंह जी द्वारा भावनगर रियासत के भारतीय गणराज्य में विलय का क्षण दर्शाया गया। सोमनाथ मंदिर और भुज के स्मृतिवन की झलक ने गुजरात के साहस और दृढ़ता की कहानी को प्रस्तुत किया।
एकता परेड में विविधता की झलक
10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियों ने दिखाई भारत की सांस्कृतिक समृद्धि
एकता परेड में एनएसजी, एनडीआरएफ, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पुडुचेरी और अंडमान-निकोबार जैसे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियां प्रस्तुत की गईं। प्रत्येक झांकी ने “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का संदेश दिया। उत्तराखंड की झांकी में केदारनाथ मंदिर और योग का प्रदर्शन, जबकि जम्मू-कश्मीर की झांकी ने चिनाब पुल और प्राकृतिक सौंदर्य की झलक दिखाई।

 
             
         
         
         
         
                 
                            
                         
                            
                         
                            
                         
                            
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