नोएडा। एमिटी विद्यालय समूह की चेयरपरसन डॉ. अमिता चौहान को 16वें एमिटी इंटरनेशनल मॉडल यूनाइटेड नेशंस (एआईएमयूएन 2025) के उद्घाटन समारोह के दौरान द असेंबली ऑफ इंटरनेशनल मॉडल यूनाइटेड नेशंस द्वारा युवा नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें यूनेस्को महात्मा गांधी शिक्षा एवं सतत विकास संस्थान (यूनेस्को एमजीआईईपी) के निदेशक प्रो. ओबिजियोफोर अगिनम द्वारा प्रदान किया गया।
एमिटी विद्यालय समूह द्वारा आज से 9 अक्टूबर तक नोएडा के सेक्टर-125 स्थित एमिटी विश्वविद्यालय कैंपस में एआईएमयूएन-2025 का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 15 देशों फ्रांस, बेल्जियम, जापान, रूस, हांगकांग, स्वीडन, स्पेन, स्लोवेनिया, जर्मनी, हंगरी, फिलीपींस, क्रोएशिया, कनाडा, यूएई और भारत के लगभग 750 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। आज इस एआईएमयूएन 2025 का उद्घाटन यूनेस्को महात्मा गांधी शिक्षा एवं सतत विकास संस्थान (यूनेस्को एमजीआईईपी) के निदेशक प्रो. ओबिजियोफोर अगिनम, एमिटी विद्यालय समूह की चेयरपरसन डॉ. अमिता चौहान, कजाकिस्तान, स्वीडन और लातविया में भारत के पूर्व राजदूत अशोक सज्जनहार, एमिटी इंटरनेशनल मॉडल यूनाइटेड नेशंस की महासचिव संजना चौहान, हंगरी दूतावास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की प्रथम सचिव डॉ. डायना डैजी, बेल्जियम दूतावास की प्रथम सचिव जो वैन लैंडशूट और भारत के रणनीतिक मामलों के विश्लेषक और टिप्पणीकार मेजर जनरल नलिन भाटिया द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. अमिता चौहान ने कहा, कि यह पुरस्कार पाकर मैं अत्यंत गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ और यह पुरस्कार केवल मेरा ही नहीं, बल्कि मेरी पूरी टीम का है जो सफलता प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन कड़ी मेहनत करती है। एक छोटी सी पहल के रूप में शुरू हुआ यह कार्यक्रम आज एक भव्य आयोजन बन गया है, जिसमें दुनिया के कई देशों की भागीदारी है। उन्होनें अच्छे चरित्र वाले व्यक्ति के गुणों पर जोर देते हुए कि किसी व्यक्ति का चरित्र उसके मूल्यों और गुणों को निर्धारित करता है। जब धन नष्ट होता है, तो कुछ नहीं जाता, जब स्वास्थ्य नष्ट होता है, तो कुछ खो जाता है, जबकि जब चरित्र नष्ट होता है, तो सब कुछ खो जाता है। इसलिए, सफलता प्राप्त करने के लिए, व्यक्ति को एक महान चरित्रवान व्यक्ति बनना चाहिए और सहानुभूति, करुणा, समर्पण और दृढ़ता जैसे गुणों को आत्मसात करना चाहिए।
इस अवसर पर एआईएमयूएन की प्रभारी ज्योति अरोड़ा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के दौरान, एमिटी एजुकेशन रिसोर्स सेंटर ब्रोशर और एआईएमयूएन 2025 न्यूजलेटर का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर एमिटी हुयमैनिटी फाउंडेशन की चेयरपरसन डा. पूजा चौहान, एमिऑन स्कूलों की चेयरपरसन सपना चौहान, आरबीईएफ की ट्रस्टी मेहताब चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश की वाइस चांसलर डॉ. बलविंदर शुक्ला, एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डॉ. गुरिंदर सिंह, एमिटी इंटरनेशनल स्कूलों के प्रधानाचार्य, शिक्षक और छात्र भी उपस्थित थे।
बता दें कि एमिटी इंटरनेशनल मॉडल यूनाइटेड नेशंस 2025 सम्मेलन स्कूली छात्रों के लिए आयोजित किया गया है, जिसका उद्देश्य वैश्विक मुद्दों के लिए उनके नेतृत्व कौशल, कूटनीति और समस्या-समाधान क्षमता का विकास करना है।