नोएडा। यमुना विकास प्राधिकरण (यीडा) के अधिसूचित एरिया में हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ आज बड़ी कार्रवाई की गई। प्राधिकरण द्वारा जनपद गौतमबुद्ध नगर के ग्राम दनकौर में बड़े पैमाने पर चले अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत खसरा नंबर-211 पर अवैध कब्जे से लगभग 4.6 हेक्टेयर (लगभग 46 हजार वर्ग मीटर) पर भू-माफिया द्वारा काटी गई अवैध कालोनियों पर यीडा की टीम ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। अतिक्रमण मुक्त कराई गई जमीन की कीमत 500 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस दौरान कुछ लोगों ने प्राधिकरण की इस कार्रवाई का विरोध करने का प्रयास किया। जो पुलिस बल देखकर भाग गए।
इन दिनों यमुना प्राधिकरण भू-माफियाओं के विरूद्ध एक्शन में है। यमुना सीईओ राकेश कुमार सिंह के सख्त निर्देश पर प्राधिकरण के आला-अफसरों द्वारा की जा रही कार्यवाही से अवैध कब्जाधारियों में हड़कंप मचा हुआ है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में अतिक्रमण पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से अर्जित एवं कब्जा प्राप्त भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा किये जा रहे अतिक्रमणों के खिलाफ विशेष अभियान चला रखा है।
बुधवार को यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में किए गए अवैध अतिक्रमण के लिए सीईओ राकेश कुमार सिंह के कड़े निर्देशों के क्रम ओएसडी शैलेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में दनकौर में व्यापक स्तर पर अतिक्रमण ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया। इस अभियान में अभियान में ओएसडी शिवौतार सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त अरविन्द सिंह, मनोज कुमार सिंह तहसीलदार व यीडा की राजस्व टीम व परियोजना विभाग, दनकौर थाना पुलिस, तथा प्राधिकरण के सुरक्षा बल के साथ, जेसीबी मशीनें एवं पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहा।
इस दौरान शैलेंद्र सिंह ने मौके पर उपस्थित रहकर पूरे अभियान की मॉनिटरिंग की तथा अतिक्रमणकारियों को सख्त चेतावनी दी कि प्राधिकरण की किसी भी भूमि पर अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यमुना एक्सप्रेस-वे तथा ईस्टर्न पेरिफेरल के इंटरचेंज के किसानों के 7 फीसदी आबादी भूमि एवं यीडा क्षेत्र में विकास परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकारी व प्राधिकरण की समस्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराना प्राथमिकता है। यीडा टीम ने अभियान के दौरान अवैध रूप से खड़ी की गई टीनशेड, पक्की-कच्ची दीवारें, झोपड़ियां तथा अन्य स्थायी व अस्थायी निर्माण पूरी तरह ध्वस्त कर दिए।
ओएसडी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस कार्रवाई से यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे महत्वपूर्ण औद्योगिक एवं शहरी विकास के लिए आरक्षित भूमि पूर्ण रूप से मुक्त हो गई है। उन्होंने यीडा क्षेत्र के सभी अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी है कि भविष्य में यदि किसी ने भी प्राधिकरण की भूमि पर अतिक्रमण करने की कोशिश की तो उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी तथा लागत वसूली के साथ आपराधिक मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान निरंतर जारी रहेगा।