नोएडा पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग धोखाधड़ी में दो अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
नोएडा। ऑनलाइन गेमिंग व बैटिंग एप पर लाभ कमाने का झांसा देकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले 2 अभियुक्तों को थाना फेस-1 व थाना साइबर क्राइम पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से 7 लैपटॉप व 8 मोबाइल फोन आदि बरामद किया है।
डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि आज थाना साइबर क्राइम व थाना फेस-1 पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई करते हुए लोकल इंटेलिजेंस व बीट पुलिसिंग की सहायता से फर्जी कॉल सेन्टर के माध्यम से ऑनलाइन गेमिंग व बैटिंग एप पर लाभ कमाने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले 2 अभियुक्त सचिन गोस्वामी और कुणाल गोस्वामी हाल को बी-ब्लॉक, बिल्डिंग नंबर-9, सेक्टर-2, नोएडा के टॉप फ्लोर में गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि भारत वर्ष में गेमिंग व बैटिंग एप को प्रतिबन्धित किया गया है। इसके बावजूद यह गिरोह विभिन्न वेबसाइट पर विज्ञापन भेजकर व उस पर सर्च कराकर जनता के भोले-भाले लोगों का डाटा प्राप्त करता था। उसके बाद कॉलिंग कर गेमिंग व बैटिंग के नाम से लाभ कमाने का झांसा देकर गेमिंग व बैटिंग एप का लिंक भेजकर विभिन्न गेमिंग प्लेटफार्म पर आईडी व पासवर्ड बनाने के नाम पर पैसा प्राप्त करते थे। उन्होंने बताया कि शुरुवात में छोटी-छोटी रकम जीताकर लोगों में अपना विश्वास जमाते थे तथा ठगी की रकम विभिन्न मनी म्यूल खातों में ट्रांसफर कराई जाती थी। इन लोगों के पास कॉल सेन्टर या गेमिंग व बैटिंग एप के संचालन के संबंध में कोई कागजात और किसी प्रकार का रजिस्ट्रेशन आदि नहीं पाया गया है। इनके द्वारा फर्जी आईडी पर सिम कार्ड प्राप्त कर कालिंग के लिए प्रयोग किये जा रहे थे।
डीसीपी ने जनता को सुझाव देते हु कहा कि प्रेडिक्शन, रेड-ग्रीन बेटिंग या पैसे डबल दिखाने वाले कोई भी ऑनलाइन गेमिंग व बेटिंग ऐप 100 प्रतिशत फर्जी होते हैं। टेलीग्राम व व्हाट्सएप ग्रुप एवं वेबसाइट में आने वाले ऐसे लिंक पर कभी पैसे न लगाएं। साइबर से सम्बन्धित किसी समस्या के लिये साइबर क्राइम हेल्पलाईन नम्बर 1930 अथवा साइबर क्राइम की वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करें। अपना आधार की आईडी, पेन कार्ड या अपना बैंक खाता किसी अंजान को न दे।
