17 हजार करोड़ में बिका जयप्रकाश गौड़ का साम्राज्य, वेदांता बना जेपी ग्रुप का नया मालिक

नई दिल्ली/नोएडा। उत्तर भारत की रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर की दिग्गज कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) को अब वेदांता ग्रुप ने 17,000 करोड़ रुपये में अधिग्रहित कर लिया है। जयप्रकाश गौड़ द्वारा स्थापित यह साम्राज्य अब आधिकारिक रूप से उनके हाथ से निकल चुका है।
जेपी ग्रुप ने ग्रेटर नोएडा, आगरा एक्सप्रेसवे, और बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट जैसी बड़ी परियोजनाओं को विकसित किया था। एक समय पर उत्तर भारत में इसका प्रभावशाली दबदबा था, लेकिन बीते कुछ वर्षों से लगातार घाटे में चल रही कंपनी अब दिवालिया प्रक्रिया (Insolvency Proceedings) से गुज़र रही थी।
अधिग्रहण की प्रक्रिया ऐसे हुई पूरी:
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जयप्रकाश एसोसिएट्स पर 57,185 करोड़ रुपये का भारी कर्ज था।
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NCLT के तहत कंपनी को IBC प्रक्रिया में लाया गया।
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वेदांता ग्रुप और अडानी ग्रुप अंतिम दो बोलीदाता थे।
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अंततः वेदांता ने 17,000 करोड़ रुपये की सबसे ऊँची बोली लगाकर अधिग्रहण किया।
वर्तमान में जेपी ग्रुप के पास कई हाई-प्रोफाइल रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स हैं:
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ग्रेटर नोएडा में जेपी ग्रीन्स
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नोएडा में विशटाउन
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जेपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स सिटी (जेवर एयरपोर्ट के पास)
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मसूरी, आगरा और दिल्ली-NCR में होटल्स
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मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में सीमेंट प्लांट्स और चूना पत्थर की खदानें
यह सौदा न सिर्फ कारोबारी दुनिया में हलचल मचा रहा है, बल्कि NCR और रियल एस्टेट सेक्टर के भविष्य को भी प्रभावित करेगा।