शाह का जीत का चक्रव्यूह: बिहार चुनाव में प्रवासी सांसद-विधायकों की एंट्री

Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले भाजपा ने अपनी रणनीति को नए सिरे से धार देना शुरू कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के शीर्ष रणनीतिकार अमित शाह ने प्रवासी सांसदों और विधायकों की विशेष बैठक कर विपक्ष को घेरने और संगठन को मजबूती देने का खाका तैयार किया। शाह ने कार्यकर्ताओं को स्पष्ट संदेश दिया कि सभी को मिलकर, समन्वय के साथ काम करना होगा ताकि एनडीए को ऐतिहासिक जीत दिलाई जा सके।
प्रवासी सांसद-विधायकों का समीकरण
इनमें राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और जम्मू-कश्मीर के सांसद-विधायक शामिल हैं।
बेतिया में कार्यकर्ताओं का सम्मेलन
इससे पहले अमित शाह ने बेतिया में पार्टी के 10 संगठनात्मक जिलों के पंचायत से लेकर क्षेत्रीय स्तर तक के कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों का बड़ा सम्मेलन किया।
इसके उपरांत शाह ने भाजपा कोर ग्रुप के सदस्यों के साथ विस्तृत बैठक की और हर स्तर पर संगठन को चुनावी मोड में डालने की रूपरेखा पर जोर दिया।
दायित्व और संगठनात्मक मजबूती पर फोकस
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने जिला, मंडल, शक्ति केंद्र और बूथ स्तर तक पार्टी कार्यकर्ताओं को और अधिक सक्रिय करने पर जोर दिया।
संदेश साफ था—बिना किसी भेदभाव के चुनाव लड़ना और हर कीमत पर जीत सुनिश्चित करना।
विपक्ष के खिलाफ एनडीए की एकजुटता
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि यह चुनाव केवल बिहार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका संदेश पूरे देश में जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह देखने की जरूरत नहीं कि उम्मीदवार कौन है, बल्कि यह देखना है कि लड़ाई एनडीए की है और जीत एनडीए को ही दिलानी है।
प्रदेश नेतृत्व की उपस्थिति
इस अहम बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक राधा मोहन शर्मा सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे।
शाह ने मंत्रियों और नेताओं को निर्देश दिया कि अभी से सारे व्यक्तिगत कार्य छोड़कर केवल चुनाव को समय दें और संगठन को मजबूती देने में जुट जाएं।