राजस्थान ने खोया सादगी और संघर्ष की मिसाल: पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा का निधन, सात बार विधायक और एक बार सांसद रहे

Rajasthan News: राजस्थान के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा का निधन हो गया। सात बार विधायक और एक बार सांसद रहे नंदलाल मीणा ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में जनसेवा को ही अपना धर्म माना। उनके निधन पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें जनसेवा का सच्चा प्रतीक बताया।
1977 में उदयपुर ग्रामीण से शुरू हुआ सफर
सात बार विधायक और एक बार सांसद
अपने राजनीतिक करियर में नंदलाल मीणा कुल सात बार विधायक बने और एक बार संसद की दहलीज तक पहुंचे। तीन बार उन्होंने राजस्थान सरकार में मंत्री पद संभाला। संगठन में भी उन्होंने अहम जिम्मेदारियां निभाईं। राजनीति में उनकी सबसे बड़ी पहचान यह रही कि उन्होंने अपने जीवनकाल में कभी भी चुनाव हार का स्वाद नहीं चखा।
परिवार की राजनीति में भी गहरी पैठ
नंदलाल मीणा का परिवार भी राजनीति से गहराई से जुड़ा रहा। उनकी पत्नी सुमित्रा मीणा चित्तौड़गढ़ की जिला प्रमुख रहीं, जबकि पुत्रवधु सारिका मीणा ने भी यही जिम्मेदारी संभाली। उनका पुत्र हेमंत मीणा प्रतापगढ़ से विधायक चुने गए और वर्तमान में राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री हैं।
सीएम भजनलाल शर्मा ने व्यक्त किया शोक
नंदलाल मीणा के निधन पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक्स पर शोक संदेश साझा करते हुए लिखा कि यह खबर अत्यंत दुखद है। उन्होंने कहा कि नंदलाल मीणा का राजनीतिक जीवन संघर्ष, समर्पण और जनसेवा का प्रतीक रहा। उनके निधन से प्रदेश की राजनीति ने एक अनुभवी, सरल और लोकप्रिय जनप्रतिनिधि को खो दिया है।