सोनीपत में भ्रष्टाचार पर शिकंजा: GRP इंस्पेक्टर और पटवारी ₹5,000 व ₹2,000 रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जीआरपी (सरकारी रेलवे पुलिस) थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विजयपाल और राजस्व विभाग का पटवारी युद्धवीर शामिल है।
पहला मामला: जीआरपी इंस्पेक्टर विजयपाल
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आरोप: इंस्पेक्टर विजयपाल पर एक पुराने छेड़खानी और मारपीट प्रकरण को समझौते के नाम पर निपटाने के लिए ₹10,000 रुपये की रिश्वत माँगने का आरोप था।
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कार्रवाई: एसीबी की सोनीपत और रोहतक टीम ने इंस्पेक्टर विजयपाल को ₹5,000 रुपये की शेष रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
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पृष्ठभूमि: देवडू गाँव की एक महिला ने ललित नामक युवक पर शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में समझौता होने पर मामला बंद कर दिया गया था, लेकिन महिला ने हाल ही में दोबारा कार्रवाई की माँग की। इंस्पेक्टर ने इसी का फायदा उठाकर ललित से ₹10,000 की माँग की थी, जिसमें से वह 3 दिसंबर को ₹5,000 अग्रिम ले चुका था।
दूसरा मामला: पटवारी युद्धवीर
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आरोप: रामनगर के शिकायतकर्ता सतबीर वर्मा को शादीपुर स्थित अपनी ज़मीन का इंतकाल (Mutation) दर्ज करवाना था, जिसके एवज में पटवारी युद्धवीर ने उनसे ₹2,000 रुपये की रिश्वत माँगी थी।
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कार्रवाई: शिकायत की पुष्टि होने के बाद एसीबी की संयुक्त टीम ने जाल बिछाया। जैसे ही पटवारी युद्धवीर ने रिश्वत की राशि ली, टीम ने उसे मौके पर ही रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी की इंस्पेक्टर उषा ने बताया कि दोनों मामलों में संयुक्त कार्रवाई की गई है और दोनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
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