राष्ट्रपति मुर्मू का उत्तराखंड विधानसभा में ऐतिहासिक संबोधन: राज्य आंदोलनकारियों से UCC तक, 25 साल की विकास गाथा को सराहा
Uttarakhand News: उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्य की 25 वर्षीय विकास यात्रा को गति देने वाले आंदोलनकारियों, महिलाओं और विधायकों को सलाम किया। तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन सुबह 11 बजे विधानसभा पहुंचीं राष्ट्रपति का विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण और सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्वागत किया। मुर्मू ने पर्यावरण, ऊर्जा, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य में राज्य की प्रगति को सराहते हुए UCC लागू करने को ऐतिहासिक कदम बताया।
25 साल का स्वर्णिम सफर
अटल की दूरदृष्टि से डिजिटल क्रांति तक
महिला सशक्तीकरण पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने सुशीला बलूनी, बछेंद्री पाल, गौरा देवी, राधा भट्ट और वंदना कटारिया जैसी शख्सियतों को प्रेरणा स्रोत बताया। पहली महिला स्पीकर ऋतु खंडूरी की नियुक्ति को राज्य का गौरव बताया और UCC विधेयक को अनुच्छेद 44 की भावना का सशक्तीकरण करार दिया।
चिपको आंदोलन की बेटियों से UCC की जीत तक
उत्तराखंड की शौर्य भूमि को कुमाऊं-गढ़वाल रेजीमेंट से जोड़ते हुए राष्ट्रपति ने युवाओं के सेना जोश की तारीफ की। विधायकों से वंचित वर्गों और युवाओं के कल्याण के लिए संवेदनशीलता बरतने का आग्रह किया, साथ ही बाबासाहब आंबेडकर के निरंतर उत्तरदायित्व वाले कथन को दोहराया।
वीरों की धरती पर सेवा का संकल्प
NeVA ऐप के जरिए डिजिटल विधायी कार्यों में उत्तराखंड की अग्रणी भूमिका की सराहना की गई। राष्ट्रपति ने प्राकृतिक संपदा संरक्षण के साथ स्वर्णिम विकास की कामना की। सीएम धामी ने इसे गौरवशाली पल बताया, जबकि नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आपदा प्रबंधन, रोजगार, शिक्षा और जल-जंगल-जमीन संरक्षण पर जोर दिया।
