खतौली में गंग नहर पटरी पर दूसरी बार मिले मृत गौवंश और अवशेष, गुस्साए लोगों ने गौतस्करों के नेटवर्क पर उठाए सवाल
                 
              
                खतौली (मुजफ्फरनगर)। मुजफ्फरनगर के खतौली में गंग नहर कांवड़ पटरी मार्ग पर मृत गौवंश और उनके अवशेष मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार को नहर पटरी मार्ग के किनारे कूड़े के ढेर पर मृत गौवंश और बोरे में उसके अवशेष पड़े मिलने की सूचना से स्थानीय लोगों और पशु प्रेमी संगठनों में भारी रोष व्याप्त हो गया। पिछले दो माह में यह दूसरी बार हुई घटना है, जिसने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासन
घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी (CO) रामाशीष यादव और कोतवाल दिनेश चन्द्र बघेल पुलिस बल के साथ तत्काल मौके पर पहुँचे। आक्रोशित लोगों को शांत करने के लिए दोनों अधिकारियों ने आरोपियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया। इस आश्वासन के बाद ही मामला शांत हो सका।
पशु प्रेमी संगठन ने उठाए गंभीर सवाल
मौके पर पहुँचे पशु प्रेमी संगठन एलआईसी एनीमल्स वेलफेयर के संस्थापक पुनीत अरोड़ा ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गहरा रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पुलिस की कथित उदासीनता का लाभ गौतस्कर उठा रहे हैं, जिसके चलते दो माह के भीतर यह दूसरी घटना हुई है।
पुनीत अरोड़ा ने आरोप लगाया कि दो माह पहले भी नहर किनारे गौवंश के साथ दो युवकों को मौके से पकड़कर पुलिस को सौंपा गया था। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस उस समय हिरासत में लिए गए युवकों से सख्ती से पूछताछ करती, तो गौतस्करों के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सकता था। अरोड़ा ने पुलिस से इस बार आरोपियों को चिन्हित कर जल्द से जल्द सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की।
पशु प्रेमी संगठन के सदस्य चंद्रपाल राजपूत, अभिनव यदुवंशी, अनमोल, सचिन, वंश, कार्तिक, पर्व जैन आदि ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
सैंपल लेकर अवशेषों को दफनाया गया
सीओ और कोतवाल द्वारा सख्त कार्रवाई के आश्वासन पर मामला शांत होने के बाद, पुलिस ने पशु चिकित्सक को मौके पर बुलाया। पशु चिकित्सक द्वारा मृत गौवंश और अवशेषों के सैंपल भरवाने के पश्चात, पालिका परिषद की जेसीबी की मदद से गड्ढा खुदवाकर उन्हें दफना दिया गया। पुलिस ने गौतस्करों की तलाश शुरू कर दी है।
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