सुबह का नाश्ता है बच्चों की अच्छी सेहत का राज, इन बातों का रखें ख्याल
नई दिल्ली। अक्सर माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता यही होती है कि बच्चा ठीक से खा क्यों नहीं रहा या फिर उसका वजन क्यों नहीं बढ़ रहा? इसके लिए मां-बाप तरह-तरह की चीजें बच्चे को खिलाते रहते हैं, लेकिन बच्चों का वजन बढ़ाने की असली शुरुआत सुबह के पौष्टिक नाश्ते से होती है। आयुर्वेद भी कहता है कि सुबह का भोजन शरीर की ताकत, ओज और बुद्धि को पोषण देता है।
प्रोटीन, हेल्दी फैट, कार्ब्स और ड्राई फ्रूट्स में मौजूद फैटी एसिड्स बच्चे की मांसपेशियों और एनर्जी दोनों को बढ़ाते हैं। जो बच्चे नाश्ता छोड़ देते हैं, उनमें कमजोरी, चिड़चिड़ापन और इम्यूनिटी कम होने जैसी समस्याएं दिखाई देती हैं। सर्दियों में बच्चे जल्दी भूख भी महसूस करते हैं, इसलिए नाश्ता और भी पौष्टिक होना चाहिए। आप चाहें तो बादाम-दूध वाला दलिया, केला शेक, रागी पॉरिज, मूंग दाल चीला या सत्तू मिल्क जैसे नाश्ते दे सकते हैं। ये न सिर्फ स्वादिष्ट होते हैं बल्कि वजन बढ़ाने में भी असरदार हैं।
बच्चों के आहार में देसी घी, बादाम, अखरोट, दूध, गुड़, फल और साबुत अनाज शामिल करने से उनका शरीर खुद ही मजबूत होने लगता है। इसके अलावा, कुछ आसान घरेलू उपाय भी असरदार होते हैं, जैसे 1 साल से ऊपर के बच्चों को सुबह एक चम्मच घी-शहद, रातभर भीगे बादाम और अखरोट या हफ्ते में 2–3 बार केला-खजूर शेक देना। पेट कमजोर हो तो थोड़ी सी अजवाइन का काढ़ा भी मदद करता है। बस ध्यान रखें कि दही या छाछ सुबह न दें, इससे पाचन धीमा हो सकता है। नाश्ते में बच्चे को वही दें जो उसे पसंद हो, लेकिन पौष्टिक तरीके से बनाएं। खाने के समय टीवी या मोबाइल न दें। रोज 15–20 मिनट की धूप जरूर ले जाएं, इससे विटामिन डी भी मिलता है।
