मुजफ्फरनगर। भारतीय अति पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन प्रजापति ने बघरा ब्लॉक के गांव खेड़ी दूधाधारी में गरीब परिवार के मकान पर बुलडोजर चलाने के मामले को लेकर बड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि सोहनलाल प्रजापति के मकान को बिना नोटिस दिए गांव के प्रधान, लेखपाल और तितावी थाना अध्यक्ष ने गिरा दिया था।
मोहन प्रजापति ने बताया कि इस कार्रवाई के विरोध में
22 दिसंबर को जिला अधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया था, लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि लेखपाल
बसंत बालियान ने सोहनलाल प्रजापति से रिश्वत मांगी थी, जिसे न देने पर प्रधान और लेखपाल ने पीड़ित के दो पुत्रों को
तितावी थाना में बंद कर पिटाई करवाई। थाना प्रभारी
पवन चौधरी ने 20 हजार रुपए लेकर उन्हें छोड़ दिया।
मोहन प्रजापति ने कहा कि तीनों आरोपी एक ही जाति से हैं और आपस में मिलकर अति पिछड़ा वर्ग के लोगों का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 30 दिसंबर तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो मोर्चा के पदाधिकारी 31 दिसंबर, बुधवार को पीड़ित परिवार के साथ भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उन्होंने साफ कहा कि इसके लिए जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
यह मामला स्थानीय समाज में रोष का कारण बना हुआ है और प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग उठ रही है।