शामली में भाकियू का धरना, थाना प्रभारी पर भ्रष्टाचार के आरोप, सस्पेंड करने की मांग

शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली के थाना आदर्श मंडी में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों किसानों के साथ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पुलिस के उच्चाधिकारी मामले को शांत करने में लगे हैं, लेकिन किसान किसी की नहीं सुन रहे और लगातार थानाध्यक्ष के स्थानांतरण व सस्पेंशन की मांग कर रहे हैं।
किसानों का आरोप है कि थाना आदर्श मंडी पुलिस ने कई मामलों में संतोषजनक कार्रवाई नहीं की। इसकी सूचना पुलिस के उच्च अधिकारियों को दी गई, लेकिन वे भी गंभीर नहीं हुए, जिसके कारण किसानों को धरना प्रदर्शन करना पड़ा।
पूरा मामला शामली के थाना आदर्श मंडी का है। शनिवार को भाकियू के पदाधिकारियों के नेतृत्व में सैकड़ों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर सवार होकर थाने पहुंचे और पुलिस पर तीन मामलों में उचित कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। धरना थाना दिवस के दौरान शुरू होने से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। एएसपी संतोष कुमार ने किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन किसान नहीं माने।
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष कपिल खाटियान ने बताया कि लगभग डेढ़ माह से एक मामला चल रहा है जिसमें देर रात 3 बजे चार युवक मिलकर एक किसान का ट्रैक्टर छीन ले गए। यह स्पष्ट रूप से लूट है। पुलिस से कहा गया कि इसे लूट का मामला दर्ज करें, लेकिन पुलिस ने मना कर दिया। फिर हमने पुलिस से कहा कि केस ही न करें। आरोप है कि पुलिस ने पीड़ित किसान की एफआईआर बदल दी। ट्रैक्टर छुड़ाने में किसान को हजारों रुपए खर्च करने पड़े और न्याय के बजाय अन्याय सहना पड़ा। पीड़ित अब भी कोर्ट के चक्कर लगा रहा है।
दूसरा मामला कस्बा बनत का है, जहां कोर्ट ने किसान के कुर्रेबंदी के आदेश दिए हैं, लेकिन पुलिस जमीन कब्जा नहीं करवा रही। 11 बीघा में से 8 बीघा जमीन खाली है। किसान जब वहां खेती करने जाता है, तो पुलिस रोक लगाती है और फसल बोने नहीं देती। इसके बजाय पुलिस ने किसान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
भाकियू के पदाधिकारियों ने बताया कि तीन दिन पहले भी वे थाने गए थे और ऑनलाइन फ्रॉड मामले में तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने जांच के बजाय कहा कि मामला घर के अंदर का हो सकता है। किसान ने कहा कि जांच करें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें।
जब पुलिस को धरना प्रदर्शन की योजना पता चली तो उन्होंने कहा कि यह पैसे टेलीग्राम ऐप और मुजफ्फरनगर बैंक से चेक लगाकर निकाले गए हैं। किसान कहते हैं कि पुलिस को सब जानकारी होने के बावजूद अभी तक बैंक जाकर जांच क्यों नहीं की, जबकि सभी बैंक में CCTV होते हैं। पुलिस लगातार कार्रवाई से बच रही है और कहती है कि मामला खत्म कर दो, इसमें कुछ नहीं है।
किसानों ने कहा कि अफसरशाही हावी हो गई है, किसी की सुनवाई नहीं हो रही, इसलिए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उनका धरना तब तक जारी रहेगा जब तक थाना प्रभारी को लाइन हाजिर या सस्पेंड नहीं किया जाता।
धरने में मोहित शर्मा (जिला अध्यक्ष), शांत प्रधान, गैयूर हसन, अमरपाल बालियान, मास्टर जाहिद सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।