क्या 33 की उम्र में खत्म हो गया इस खिलाड़ी का करियर? अगरकर के बयान से उठे सवाल

नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने भारतीय टीम की घोषणा कर दी है। शुभमन गिल की कप्तानी में 14 सदस्यीय दल की घोषणा की गई। टीम में कई ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जो इंग्लैंड दौरे का हिस्सा थे। इसमें एक बड़ा नाम करुण नायर का है। इंग्लैंड दौरे पर 8 साल बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले करुण नायर को टीम से ड्रॉप कर दिया गया है। नायर को इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के 4 मैचों में मौका दिया गया था।
वह 8 पारियों में 0, 20, 31, 26, 14, 40, 57, 17 सहित कुल 205 रन बना सके। उम्मीद की जा रही थी कि शायद उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए मौका मिल सकता है, लेकिन उन्हें ड्रॉप कर दिया गया। उनकी जगह बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पड्डिकल को मौका दिया गया है।
अजीत अगरकर से प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान जब करुण नायर से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, हमें इंग्लैंड में करुण से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। हम हर खिलाड़ी को 15-20 मौके देना चाहते हैं, लेकिन मौजूदा परिस्थिति में यह संभव नहीं है। देवदत्त पड्डिकल लंबे समय से जुड़े रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में उन्होंने अर्धशतक लगाया था। ऑस्ट्रेलिया सीरीज में भी टीम का हिस्सा थे। इसलिए उन्हें मौका दिया गया है। मुख्य चयनकर्ता के बयान से यह कहीं न कहीं स्पष्ट होता है कि बीसीसीआई अब 33 साल के करुण नायर से आगे देख रही है।
उन्हें और मौका देने की जगह युवा खिलाड़ियों को मौका देना बेहतर समझ रही है। इससे यह स्पष्ट होता है कि कड़ी मेहनत और घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के कारण 8 साल बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले नायर के करियर पर ब्रेक लग गया है। वह घरेलू क्रिकेट में पिछले 2-3 साल में मिली सफलता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दोहरा नहीं पाए और अब भारतीय टीम में उनकी वापसी बेहद मुश्किल है। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट से अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले नायर ने अब तक 10 टेस्ट मैचों में 1 शतक और 1 अर्धशतक की बदौलत 579 रन बनाए हैं। वीरेंद्र सहवाग के बाद नायर भारतीय टीम के दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनके नाम टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड है। वह 2 वनडे भी खेल चुके हैं, जिसमें उनके बल्ले से 46 रन निकले हैं।