महिला वनडे विश्व कप 2025: भारत से हार पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली बोलीं — “हमने मैच खुद गंवाया”
 
                 
              
                नवी मुंबई। महिला वनडे विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में भारत के हाथों मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने कहा कि उनकी टीम ने यह मुकाबला खुद अपने हाथों से गंवाया।
हीली ने मैच के बाद कहा, “अच्छा मुकाबला था, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो हमने खुद ही अपने लिए मुश्किलें खड़ी कीं। शायद पहली बार ऐसा लगा कि हमने अपनी गलती से मैच खोया। हम बल्ले से मैच को अंत तक नहीं ले जा पाए, गेंदबाज़ी भी उतनी सटीक नहीं रही और फील्डिंग में तीन आसान कैच छोड़े — फिर भी हम आख़िरी ओवर तक टिके रहे। इसका मतलब है कि हमने लड़ाई की, लेकिन अंत में हमसे बेहतर टीम जीत गई।”
ऑस्ट्रेलिया ने एक समय 34वें ओवर में दो विकेट पर 220 रन बना लिए थे और लग रहा था कि टीम 350 के पार जाएगी, लेकिन लगातार विकेट गिरने से पूरी टीम 338 रन पर 49.5 ओवर में ऑलआउट हो गई। फील्डिंग में टीम ने तीन कैच छोड़े, जिनमें से दो जेमिमा रॉड्रिग्स के थे — जिन्होंने नाबाद 127 रन की ऐतिहासिक पारी खेली और भारत को रिकॉर्ड चेज में मदद की।
हीली ने कहा, “हमने मौके बनाए, दबाव भी बनाया, लेकिन उन्हें भुना नहीं सके। इसमें मेरी भी गलती है। ऑस्ट्रेलिया हमेशा फील्डिंग पर गर्व करता है, लेकिन आज हम उस मानक पर खरे नहीं उतरे। शायद इसी वजह से यह हार ज़्यादा तकलीफ़ देती है।”
उन्होंने इस हार की तुलना पिछले साल के टी20 विश्व कप सेमीफाइनल से की, जब ऑस्ट्रेलिया को दक्षिण अफ्रीका ने हराया था। हीली ने कहा, “वो भी ऐसा ही महसूस हुआ था — हम अपने तरीके से नहीं खेले। लेकिन हम इससे सीखेंगे और आगे की एकदिवसीय क्रिकेट में सुधार करेंगे।”
हालाँकि हार से निराश हीली अपनी टीम के अभियान पर गर्व महसूस कर रही थीं। उन्होंने कहा, “हमने पूरे टूर्नामेंट में शानदार क्रिकेट खेली। लेकिन सेमीफाइनल नॉकआउट होता है — अगर उस दिन आप थोड़ा भी चूक जाते हैं, तो कोई भी टीम आपको हरा सकती है। फिर भी मैं अपनी टीम पर गर्व करती हूं — हर मैच में किसी न किसी खिलाड़ी ने आगे बढ़कर ज़िम्मेदारी निभाई।”
हीली ने अगली पीढ़ी की ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की तारीफ भी की, खासकर फोबे लिचफील्ड की, जिन्होंने सेमीफाइनल में 119 रनों की पारी खेली।
उन्होंने कहा, “फोबे शानदार रही। उसने हमें बढ़िया शुरुआत दी और फिर शतक बनाकर मैच को आगे बढ़ाया। अगली चार सालों में उसे और बाकी युवा खिलाड़ियों को देखना बेहद रोमांचक रहेगा।”
35 वर्षीय हीली ने यह भी पुष्टि की कि यह उनका आख़िरी वनडे विश्व कप था। उन्होंने कहा, “मैं अब अगले वनडे विश्व कप का हिस्सा नहीं रहूंगी। अगले चक्र में युवा खिलाड़ियों को मौके मिलेंगे और यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए उत्साहजनक समय होगा। हम इस हार से सीखेंगे, बेहतर बनेंगे और आगे बढ़ेंगे।”
भारत ने इस मैच में 339 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए महिला वनडे क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा चेज़ सफल किया और फाइनल में जगह बनाई।

 
             
         
         
         
                 
                            
                         
                            
                         
                            
                         
                            
                         
                            
                         
                            
                         
                            
                         
                            
                         
                            
                        