कौशाम्बी। कड़ा देवीगंज बाजार में उस समय शोक की लहर दौड़ गई, जब एक ही परिवार में मां-बेटे की मौत हो गई। बेटे की मौत का सदमा माँ बर्दाश्त नहीं कर सकी और कुछ ही देर बाद उन्होंने भी दम तोड़ दिया। परिजनों ने गहरे दुःख के बीच मां और बेटे का अंतिम संस्कार एकसाथ कर दिया।
देवीगंज बाजार के निवासी
नंद किशोर अग्रहरि बीज व्यवसायी हैं। उनके बड़े बेटे
हरिश्चंद्र अग्रहरि उर्फ मुन्ना (45), जो कारोबार में सहयोग करते थे, बीते दस दिनों से बीमार चल रहे थे। हरिश्चंद्र का प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में
ब्रेन हेमरेज का उपचार चल रहा था।
माँ-बेटे ने त्यागा शरीर
शनिवार की सुबह करीब छह बजे इलाज के दौरान हरिश्चंद्र अग्रहरि उर्फ मुन्ना की मौत हो गई।
जैसे ही परिवार को यह दुखद सूचना मिली, बेटे से बेहद लगाव रखने वाली उनकी माँ तारा देवी (70) यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकीं। वह बेसुध होकर अचेत अवस्था में गिर पड़ीं। परिजन तुरंत उन्हें स्थानीय अस्पताल ले गए, जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें भी मृत घोषित कर दिया।
एक ही दिन में माँ-बेटे की मौत की खबर से परिवार सहित पूरे देवीगंज बाजार में मातम छा गया। पड़ोसी और स्थानीय लोग शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि तारा देवी का अपने बड़े बेटे हरिश्चंद्र से बहुत गहरा लगाव था।