हरीश रावत का केंद्र सरकार पर हमला: संचार ऐप आम आदमी की स्वतंत्रता पर खतरा
सहारनपुर। केंद्र सरकार संचार ऐप को जासूसी के लिये लाँच कर रही है। इससे सावधान रहने की ज़रूरत है हम इसका संसद से सड़क पर विरोध करेंगे। संचार ऐप आम आदमी की स्वतंत्रता पर पहरा है। देश के हर नागरिक को अधिकार है कि वह बिना सरकार की अनुमति के अपने परिवार रिश्तेदार दोस्त को मैसेज कर सकती है लेकिन केंद्र सरकार आम आदमी की स्वतंत्रता पर पहरा लगा रही है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत छुटमलपुर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ओबीसी विभाग के नवनियुक्त राष्ट्रीय महासचिव मुजतबा एडवोकेट के आवास पर पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा देश को हिंदू मुस्लिम और वर्गों में बाँटकर देश की किसानी और जवानी को उद्योगपतियों के हवाले कर देना चाहती है। हमारी जमीनों को हमारी धरोहर को समाप्त करने में जुटी हुई है, जब से देश में भाजपा आयी है। तब से वह देश की जनता को लगातार उलझाने में लगी हुई है। अपने आप को उलझाने से बचाने के लिये देश में भाजपा एसआईआर लायी है। आज रुपये की मार्केट वेल्यू सब से निचले पायदान पर पहुँच गई है। ये ही भाजपा का विकास है। रुपया डॉलर के मुकाबले गिर कर 90.14 के निम्नतम स्कोर पर पहुँच गया है।
उत्तराखण्ड सरकार के पास आम आदमी के विकास के लिये नौ साल में बताने के लिये कोई उपलब्धि नहीं है। केवल भ्रष्टाचार, अवैध खनन, पेपर लीक ये उत्तराखण्ड भाजपा की उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि ना ही कोई मेडिकल कॉलेज बना, ना ही कोई नई उद्योग नीति आयी। कांग्रेस के समय में लगाई गई फ़ैक्ट्री बंद हो रही है। उत्तराखण्ड में सविंदा कर्मचारी, आशा और अन्य कर्मचारी लगातार लंबे समय से हड़ताल पर है।
कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस एकजुट है। अबकी बार कांग्रेस पचास से अधिक सीटे लेकर एक मजबूत सरकार बनायेगी, जो किसान, मजदूर युवा और कर्मचारियों के हित में काम करेगी और दस साल में उत्तराखंड को जितना पीछे भाजपा ले गई है। कांग्रेस सरकार आते ही सड़क पुल बनाने के साथ ही फसलांे का सही मूल्य देगी। इस अवसर पर अब्दुल हसीब मलिक, मनोज चौधरी, प्रधान फरमान मलिक, नासिर सेफी, कारी आबिद, अरशद मलिक, नासिर प्रधान, राव यूसुफ, राव आरिफ, अज़ीम मलिक, फैसल मिर्जा, आजम मलिक, महबूब तल्हेड़ी, परवेज सलीम, इस्लाम आदि मौजूद रहे।
