किसानों के लिए सोने का मौका हरा धनिया की खेती से कम लागत में ज्यादा मुनाफा, जल्द अपनाए यह तरीका

अगर आप खेती से जल्दी और बढ़िया कमाई करना चाहते हैं तो हरा धनिया आपके लिए बहुत बढ़िया विकल्प है। आजकल कई किसान गेहूं, चना या सोयाबीन जैसी पारंपरिक फसलों से हटकर बागवानी फसलों की ओर जा रहे हैं और उनमें हरा धनिया हमेशा से सबसे ज्यादा बिकने वाला पौधा माना जाता है। बाजार में इसकी डिमांड हर मौसम में बनी रहती है और इसकी खेती आसान होने के कारण यह किसानों की पहली पसंद बन गया है।
कौन-सी मिट्टी और मौसम सही रहेगा
धनिया की किस्में जो देती हैं ज्यादा पैदावार
किसानों के बीच सीएस 287 और सीएस 2 किस्में खूब लोकप्रिय हैं। सीएस 287 किस्म बुवाई के 25 से 30 दिन में कटाई लायक हो जाती है और औसतन 10 क्विंटल तक उत्पादन देती है। वहीं सीएस 2 किस्म 30 दिन में तैयार होकर प्रति हेक्टेयर 13 क्विंटल से ज्यादा हरा धनिया देती है। खास बात ये है कि इन किस्मों पर कीट और रोग का असर भी कम होता है।
खेत की तैयारी और बीज बोने का तरीका
खेत को अच्छी तरह जुताई करके मिट्टी को नरम बना लें। जैविक खाद या गोबर की खाद डालने से पैदावार बेहतर होती है। बीज बुवाई से पहले 24 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें और फिर छांव में सुखाकर बोएं। इससे बीज जल्दी अंकुरित होते हैं और पौधे मजबूत बनते हैं।
पानी और खाद का प्रबंधन
हरे धनिये को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती। बुवाई के बाद हल्की सिंचाई करनी चाहिए और फिर मौसम के हिसाब से हर 8 से 10 दिन में खेत में पानी लगाना चाहिए। अगर किसान जैविक खाद का इस्तेमाल करें तो पत्तियां ज्यादा मुलायम और सुगंधित निकलती हैं। रासायनिक खाद का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
रोग और कीट से बचाव
इस फसल में झुलसा और पाउडरी मिल्ड्यू जैसे रोग देखने को मिलते हैं। इनसे बचाव के लिए फफूंदनाशी दवाओं का छिड़काव किया जा सकता है। इसके अलावा माहू और पत्तियां खाने वाले कीड़े भी नुकसान पहुंचाते हैं। इन पर नियंत्रण के लिए नीम आधारित जैविक कीटनाशक सबसे अच्छा विकल्प होता है।
अगर आप कम मेहनत और कम खर्च में जल्दी मुनाफा चाहते हैं तो हरा धनिया की खेती जरूर आजमाइए। इसकी मांग हर सीजन में बनी रहती है और सही देखभाल के साथ यह फसल किसानों के लिए मुनाफे का बड़ा जरिया बन सकती है।
Disclaimer: यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य से दी गई है। किसी भी कृषि निर्णय से पहले स्थानीय कृषि विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।