भाकियू का अनिश्चितकालीन धरना समाप्त, प्रशासन ने 15 दिन में समाधान का दिया आश्वासन
उरई। कालपी तहसील परिसर में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के बैनर तले किसानों द्वारा शुरू किया गया अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन मंगलवार को दूसरे दिन प्रशासनिक हस्तक्षेप और आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। किसानों की मांगों को लेकर हुई वार्ता के बाद एसडीएम ने सभी समस्याओं का 15 दिन के अंदर निस्तारण करने का भरोसा दिया है।
बता दें कि बीती देर रात दर्जनों किसान अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए थे। किसानों की प्रमुख मांगों में दैवीय आपदा में नष्ट हुई फसलों का उचित मुआवजा दिलाना, बिजली विभाग द्वारा गांवों में मात्र 3 घंटे बिजली दिए जाने और लो वोल्टेज की समस्या का त्वरित समाधान, तथा अंश निर्धारण में हो रही गड़बड़ी को दूर करना शामिल था। इन सभी मुद्दों को लेकर किसानों ने तहसील परिसर में डेरा डाल दिया था।
किसानों के धरने की सूचना मिलते ही प्रशासन की तरफ से कालपी के एसडीएम मनोज कुमार धरना स्थल पर पहुंचे और किसान नेताओं के साथ लंबी बातचीत की। बातचीत के दौरान किसान पक्ष ने अपनी सभी मांगों को लेकर एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
एसडीएम मनोज कुमार ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याओं पर गंभीरता से विचार करते हुए 15 दिनों के अंदर उनका समाधान किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद किसान नेताओं ने धरना वापस लेने का निर्णय लिया और प्रदर्शन समाप्त कर दिया। एसडीएम मनोज कुमार ने कहा, किसान भाइयों की समस्याएं गंभीरता से सुनी गई हैं। हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि संबंधित विभागों के साथ समन्वय करके उनकी हर जायज मांग का निस्तारण 15 दिन के अंदर किया जाएगा।
वहीं, बीकेयू के राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन ने कहा, हमारी मांगें लंबे समय से लंबित हैं। प्राकृतिक आपदा में फसल खराब होने के बावजूद किसानों को मुआवजा नहीं मिला, बिजली की सप्लाई ठीक नहीं है। हमने प्रशासन को 15 दिन का समय दिया है। यदि इस अवधि में हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो हम आंदोलन को और विस्तार देने के लिए मजबूर होंगे।
