मुजफ्फरनगर: भाकियू पंचायत में किसानों ने सुनाया 'बिजली अधिकारियों के उत्पीड़न' का दुखड़ा

मुजफ्फरनगर। रतनपुरी थाना क्षेत्र के चंदसीना गांव में रविवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की एक महत्वपूर्ण पंचायत का आयोजन किया गया। इस पंचायत में अंतर्राष्ट्रीय किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत के पुत्र चौधरी चरण सिंह टिकैत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और किसानों को एकजुट रहने का आह्वान किया।
एकजुटता ही उत्पीड़न का समाधान: चौधरी चरण सिंह टिकैत
चंदसीना में किसानों को संबोधित करते हुए चौधरी चरण सिंह टिकैत ने कहा कि किसान इस दौर में भारी दुःख झेल रहा है और किसानों को अब एकजुट होने की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई भी सरकार ऐसी नहीं रही जिसने किसान-मजदूरों का उत्पीड़न न किया हो। उन्होंने दावा किया कि भारतीय किसान यूनियन ही एकमात्र ऐसा संगठन है जो समय-समय पर किसानों की आवाज उठाता रहा है।
भाकियू के प्रभारी कपिल सोम ने भी किसानों की एकजुटता पर ज़ोर देते हुए कहा कि "जब तक किसान एकजुट नहीं होंगे, सरकारें और अधिकारी किसानों का उत्पीड़न करते रहेंगे।"
बिजली विभाग के खिलाफ आंदोलन की रणनीति
पंचायत में किसानों ने सबसे अधिक समस्या बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न को लेकर बताई। किसानों ने बिजली से जुड़े कई मुद्दे भाकियू के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष रखे।
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किसानों की समस्याओं को सुनने के बाद, भाकियू नेता सचिन चौधरी ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही बिजली अधिकारियों से वार्ता कर सभी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा।
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हालांकि, भाकियू के सभी नेताओं ने मिलकर यह रणनीति भी बनाई कि यदि किसानों के मुद्दों का समाधान नहीं होता है, तो जल्द ही बिजली विभाग के विरुद्ध बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
पंचायत की अध्यक्षता हासिम ने की और संचालन भाकियू नेता सचिन चौधरी ने किया। इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष दीपांकर चौहान, आशुतोष प्रधान, जुल्फिकार छोटा, प्रवेज प्रधान, नीटू त्यागी, आशू त्यागी, शिवा अहलावत सहित अनेक किसान नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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