मुज़फ्फरनगर में फर्जी दस्तावेज से गैंगस्टर को जेल से छुड़ाने वाला आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट को गुमराह कर कराई थी जमानत
मुजफ्फरनगर। जनपद की सिविल लाइन पुलिस ने न्यायालय के साथ धोखाधड़ी करने वाले एक बड़े गिरोह के सक्रिय सदस्य को दबोचने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने जानसठ पुल के समीप घेराबंदी कर उस वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक कुख्यात गैंगस्टर को जेल की सलाखों से बाहर निकलवाया था।
वकील और अपराधी के साथ रची थी साजिश मामला 1 दिसंबर 2025 का है, जब खतौली प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद्र ने सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी और साजिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में सामने आया कि मेरठ के ग्राम अट्टा चिंदौड़ी निवासी अपराधी नीरज उर्फ बाबा उर्फ पंडित, जो डकैती और गैंगस्टर एक्ट में बंद था, उसे छुड़ाने के लिए अमित ने एक वकील योगेंद्र कुमार के साथ मिलकर साजिश रची। अमित ने फर्जी आईडी और संपत्ति के कागजात तैयार कर कोर्ट को गुमराह किया और नीरज की जमानत मंजूर कराई।
विवेचना के दौरान अमित का नाम प्रमुखता से प्रकाश में आया, जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। उपनिरीक्षक प्रशांत कुमार गिरी की टीम ने सटीक सूचना पर उसे जानसठ पुल के नीचे से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब गिरोह के अन्य नेटवर्क की तलाश कर रही है ताकि न्यायिक प्रक्रिया से खिलवाड़ करने वाले अन्य लोगों पर भी नकेल कसी जा सके।
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