मांगेराम त्यागी के समर्थन में उतरे यति नरसिंहानंद, बोले: 'गिरफ्तारी हुई तो मैं भी साथ दूँगा'
मुजफ्फरनगर। त्यागी ब्राह्मण भूमिहार समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मांगेराम त्यागी के खिलाफ दर्ज हुए गंभीर मुकदमे के बाद, डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती उनके खुले समर्थन में आ गए हैं। मंगलवार को मांगेराम त्यागी के आवास पर पहुंचे यति नरसिंहानंद ने घोषणा की कि वह त्यागी के साथ "लड़ने-मरने" को तैयार हैं, और यदि उनकी गिरफ्तारी होती है, तो वह भी साथ में गिरफ्तारी देंगे।
प्रशासन पर साधा निशाना
यति नरसिंहानंद ने प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि प्रशासन "अपराधियों के हाथ की कठपुतली" बन रहा है। उन्होंने कहा कि मांगेराम त्यागी केवल टोल पर मारे गए एक गरीब पंडित की लड़ाई लड़ रहे हैं, जो कोई अपराध नहीं है।
महंत ने त्यागी का पुरजोर बचाव करते हुए कहा कि रंगदारी मांगने का आरोप बेबुनियाद है, क्योंकि त्यागी के पास किसी चीज की कमी नहीं है और उनकी एक आवाज पर रुपया इकट्ठा हो जाता है। उन्होंने प्रशासन से सवाल किया कि आखिर किस दबाव में यह रिपोर्ट दर्ज की गई है?
भाई और शिष्य का संबंध
यति नरसिंहानंद ने स्पष्ट किया कि उन्होंने यह लड़ाई समाज की नहीं, बल्कि अपराधियों और मांगेराम त्यागी के बीच की लड़ाई मानते हुए समर्थन किया है। उन्होंने मांगेराम त्यागी को अपना भाई और शिष्य बताते हुए कहा कि त्यागी ने कई मामलों में उनका साथ दिया है, इसलिए वह भी अब उनके साथ खड़े हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगेराम त्यागी ने "जेल भरो आंदोलन" शुरू किया, तो उनके साथ लाखों की संख्या में गिरफ्तारियां होंगी। उन्होंने साफ कहा कि वे इतने कमजोर नहीं हैं कि डर जाएंगे।
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