एसआईआर को लेकर सपा सांसद डिंपल यादव का सरकार पर हमला, बीजेपी ने किया पलटवार
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद डिंपल यादव ने चुनाव आयोग (Election Commission) द्वारा 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कराए जा रहे एसआईआर (SIR - Systemic Improvement of Representation) के दूसरे चरण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर तीखा हमला बोला है।
डिंपल यादव ने उठाए मंशा पर सवाल
सपा सांसद डिंपल यादव ने चुनाव आयोग के इस कदम को सीधे तौर पर केंद्र की बीजेपी सरकार से जोड़ते हुए उनकी मंशा पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार एसआईआर जैसे उपायों के माध्यम से चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, उनके बयान का सटीक विवरण सामने नहीं आया है, लेकिन उनके हमले की प्रकृति से स्पष्ट है कि विपक्षी दल इस प्रक्रिया को लेकर गंभीर संदेह व्यक्त कर रहे हैं।
बीजेपी नेताओं का पलटवार
डिंपल यादव के इस बयान के तुरंत बाद बीजेपी नेताओं ने पलटवार किया है। बीजेपी के एक प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संवैधानिक निकाय है और उसकी प्रक्रिया पर सवाल उठाना विपक्षी दलों की हताशा को दर्शाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एसआईआर का उद्देश्य चुनावी प्रणाली में सुधार और पारदर्शिता लाना है, न कि किसी राजनीतिक दल को फायदा पहुंचाना।
क्या है एसआईआर का दूसरा चरण?
एसआईआर (Systemic Improvement of Representation) एक पहल है जिसका उद्देश्य मतदाता सूची की सटीकता में सुधार करना, फर्जी वोटरों को हटाना और चुनावी डेटा को व्यवस्थित करना है। चुनाव आयोग का दावा है कि इसका दूसरा चरण पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी है। हालांकि, विपक्षी दल लगातार आशंका जता रहे हैं कि इस प्रक्रिया का दुरुपयोग मतदाता सूचियों में बदलाव कर राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया जा सकता है।
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