सोने की कीमतों में अचानक गिरावट! चौंकाने वाली वजहें आईं सामने, निवेशकों के चेहरों पर छाई चिंता

डॉलर की मजबूती बनी सोने की कमजोरी का कारण

ब्याज दरों में बदलाव का असर हुआ तेज
इसके अलावा, अमेरिका और यूरोपीय देशों की सेंट्रल बैंकों द्वारा ब्याज दरों में की गई संभावित बढ़ोतरी की घोषणाओं ने भी बाजार की धारणा को प्रभावित किया है। जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो निवेशक बॉन्ड जैसे फिक्स्ड इनकम साधनों की ओर रुख करते हैं, जिससे कीमती धातुओं में निवेश कमजोर पड़ जाता है।
घरेलू बाजार में भी आई सुस्ती
भारत में भी इसका सीधा असर देखने को मिला है। सर्राफा बाजारों में सोने की कीमतें प्रति 10 ग्राम पर सैकड़ों रुपये कम हो गई हैं। वहीं चांदी के भाव में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। आने वाले दिनों में त्योहारी सीजन के बावजूद मांग में तेजी की उम्मीद कमजोर पड़ती दिख रही है।
क्या यह निवेश का मौका है या जोखिम
जरूरी है कि निवेशक जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर आप दीर्घकालिक निवेश की सोच रहे हैं, तो अभी यह गिरावट खरीदारी का अच्छा अवसर बन सकती है। लेकिन अल्पकालिक निवेशक सावधानी बरतें, क्योंकि वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव फिलहाल जारी रहने की संभावना है।
