मेरठ में 35 साल पुराने अवैध कॉम्प्लेक्स पर चला बुलडोजर, व्यापारी फूट-फूटकर रोए, 31 अन्य काम्प्लेक्स पर भी चलेगा बुलडोजर



भावुक हुए व्यापारी: 'रोजी-रोटी पर संकट'
बुलडोजर एक्शन से पहले और दौरान व्यापारी अपने भविष्य को लेकर भावुक हो गए। कई कारोबारी अपनी दुकानों के सामने बैठकर फूट-फूटकर रोने लगे। महिलाएं भावुक होकर अधिकारियों से गुहार लगाती दिखीं और बोलीं, "मुझे आखिरी बार अपनी दुकानें देख लेने दीजिए।" व्यापारियों का कहना है कि अब तक जो तोड़फोड़ हुई है, वह पर्याप्त है, और आगे की कार्रवाई से सैकड़ों परिवारों की रोजी-रोटी प्रभावित होगी। उन्होंने बीच का रास्ता निकालने की अपील की, लेकिन सुरक्षा कारणों से पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश पर कार्रवाई
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह ध्वस्तीकरण की कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेशों के तहत की जा रही है। कोर्ट ने 17 दिसंबर, 2024 को आदेश दिया था कि इस कॉम्प्लेक्स को तीन महीने के भीतर खाली कराकर आवास विकास परिषद के तहत ध्वस्त किया जाए।
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सुरक्षा व्यवस्था: ध्वस्तीकरण के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए कई थानों की भारी पुलिस फोर्स और पीएसी को मौके पर तैनात किया गया। पूरे इलाके में बैरिकेडिंग की गई थी और एटीएस के ड्रोन से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी।
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भविष्य की कार्रवाई: अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि कार्रवाई रविवार सुबह फिर से शुरू होगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस कॉम्प्लेक्स के बाद 31 अन्य कॉम्प्लेक्स (जिनमें लगभग 90 दुकानें हैं) पर भी कार्रवाई की रणनीति बनाई जा रही है।
