गाजियाबाद। निवाड़ी थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में अर्विंद कुमार और उसकी सहयोगी रेनू यादव शामिल हैं, जो मिलकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर चुके हैं।
पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी खुद को महिला कल्याण विभाग से जुड़ा अधिकारी बताकर लोगों को वहां नौकरी दिलवाने का झांसा देते थे। इसी तरह उन्होंने शिकायतकर्ता से भी कुल 4 लाख 94 हजार रुपये अलग-अलग तरीकों से वसूले। लेकिन तय समय पर न तो नौकरी मिली और न ही पैसे वापस किए गए।
काफी समय तक इंतजार के बाद जब पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ, तो उसने निवाड़ी थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित जांच शुरू करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, नकद 650 रुपये और कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों आरोपी पहले भी धोखाधड़ी के मामलों में जेल जा चुके हैं, और इनके खिलाफ निवाड़ी, मुरादनगर, मसूरी सहित कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी की जा रही है। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि इन्होंने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह की सरकारी नौकरी या लाभ के झांसे में न आएं और सतर्क रहें।