अपराधियों को सज़ा मिली, लेकिन मास्टरमाइंड अब भी आज़ाद, अभिनेत्री के अपहरण और दुष्कर्म के फैसले पर बोलीं वॉरियर
नयी दिल्ली। मलयालम फिल्मों की जानी मानी अभिनेत्री मंजू वॉरियर ने 2017 के अभिनेत्री के अपहरण और यौन शोषण मामले में आये हाल के फैसले को "अधूरा" करार देते हुए कहा है कि अपराधियों को तो सज़ा मिल गयी है, लेकिन अपराध के पीछे का कथित 'मास्टरमाइंड' अभी भी आज़ाद घूम रहा है।
सुश्री वॉरियर ने अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "मैं माननीय अदालत का बेहद सम्मान करती हूं। लेकिन इस मामले में पीड़िता के लिये न्याय अभी भी अधूरा है। अभी सिर्फ अपराध करने वालों को सज़ा मिली है। इस संगीन कृत्य की योजना बनाने वाला और इसे अंजाम देने वाला दिमाग, चाहे वह जो भी हो, अभी भी आज़ाद घूम रहा है। यह बेहद भयानक है। न्याय तभी पूरा होगा जब इस अपराध के पीछे का हर व्यक्ति ज़िम्मेदार ठहराया जायेगा।"
सुश्री वॉरियर ने कहा कि यह मुद्दा सिर्फ़ एक पीड़ित तक सीमित नहीं है, बल्कि हर उस लड़की से जुड़ा हुआ है जो सम्मान के साथ इस समाज में जीना चाहती है।
उन्होंने कहा, "यह सिर्फ़ एक पीड़ित के लिए नहीं है। यह हर लड़की, हर महिला, हर इंसान के लिए है जो अपने काम की जगहों पर, सड़कों पर और ज़िंदगी में बिना किसी डर के, सिर ऊंचा करके, हिम्मत से चलने का हकदार है। मैं उसके (पीड़ित के) साथ हूं। तब थी, अब हूं, और हमेशा रहूंगी।"
उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति हनी एम वर्गीस द्वारा दिए गए फैसले में, आरोपियों को दुष्कर्म के इरादे से अपहरण (भारतीय दंड संहिता की धारा 366), आपराधिक साज़िश (आईपीसी 120बी) और सामूहिक दुष्कर्म (आईपीसी 376डी) का दोषी पाया गया। हर दोषी पर 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया, जिसका भुगतान न करने पर एक साल की अतिरिक्त कैद होगी। पहले आरोपी पल्सर सुनी को आईटी एक्ट के तहत पांच साल की अतिरिक्त सज़ा मिली, हालांकि अदालत ने स्पष्ट किया कि सभी सज़ाएं साथ-साथ चलेंगी। आठवें आरोपी मलयालम अभिनेता दिलीप को बरी कर दिया गया।
