कोर्ट में घुसकर आरोपित को खींचने के मामले में बड़ी कार्रवाई, थाना प्रभारी लाइन हाजिर, 6 पुलिसकर्मी निलंबित
गौतम बुद्ध नगर/अलीगढ़। न्यायिक मर्यादा और दीवानी परिसर की सुरक्षा के उल्लंघन पर गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने अलीगढ़ जिला जज के आदेश के बाद बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की है। ग्रेटर नोएडा के थाना जारचा क्षेत्र में हुए सैंथली दोहरे हत्याकांड के आरोपित को अलीगढ़ कोर्ट में घुसकर जबरन ले जाने के प्रयास में सात पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है।
तीन दिन में मांगी गई थी अनुपालन रिपोर्ट
यह मामला बीते बृहस्पतिवार का है, जब सैंथली गांव के दोहरे हत्याकांड के आरोपित शूटर सचिन गुर्जर और बॉबी तोंगड़ा उर्फ पहलवान सरेंडर करने अलीगढ़ कोर्ट पहुँचे थे। उन्हें पकड़ने आई नोएडा पुलिस की टीम ने कोर्ट परिसर में हथियारबंद और सादे कपड़ों में घुसकर सचिन गुर्जर को वकीलों से खींचतान कर ले जाने का प्रयास किया।
इस घटना के खिलाफ दि अलीगढ़ बार एसोसिएशन द्वारा ज्ञापन दिए जाने के बाद, जिला जज अनुपम कुमार ने जिला सुरक्षा समिति से जांच कराई। जांच रिपोर्ट के आधार पर, जिला जज ने कार्रवाई संबंधी आदेश जारी करते हुए पुलिस टीम के प्रवेश को अनाधिकृत माना और दीवानी की सुरक्षा में गंभीर चूक करार दिया।
नोएडा पुलिस कमिश्नरेट का तत्काल एक्शन
अलीगढ़ जिला जज ने एसएसपी अलीगढ़ के माध्यम से नोएडा कमिश्नरेट से तीन दिन में अनुशासनात्मक कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट मांगी थी। इसी क्रम में, नोएडा पुलिस कमिश्नर के स्तर से यह कठोर कार्रवाई की गई:
| पुलिसकर्मी | पद और थाना | कार्रवाई |
| सुमनेश कुमार | कोतवाल, थाना जारचा (विवेचक) | लाइन हाजिर |
| शिवम प्रधान | दरोगा, थाना जारचा | निलंबित |
| प्रिंस यादव | दरोगा, थाना जारचा | निलंबित |
| ललित गंगवार | दरोगा, थाना जारचा | निलंबित |
| गौरव | सिपाही, थाना जारचा | निलंबित |
| भरत कुमार | दरोगा, दादरी कोतवाली | निलंबित |
| सोहनवीर | दीवान, दादरी कोतवाली | निलंबित |
गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के अपर पुलिस आयुक्त राजीव नारायण मिश्रा ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि जारचा प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है, और छह अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट एसएसपी अलीगढ़ और जिला जज को भेजी जाएगी।
UPSSF की सुरक्षा चूक की भी जांच
जिला जज अनुपम कुमार ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि यह घटना दीवानी परिसर में मर्यादा और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता पैदा करती है। जांच रिपोर्ट ने दीवानी की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों व यूपीएसएसएफ (UP Special Security Force) की ओर से गंभीर चूक का संकेत दिया है।
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यूपीएसएसएफ पर निर्देश: कमांडेंट यूपीएसएसएफ को निर्देश दिया गया है कि ड्यूटी में लापरवाही और अनाधिकृत पुलिस प्रवेश को प्रतिबंधित करने में विफलता के लिए यहां तैनात यूपीएसएसएफ कर्मियों के खिलाफ आंतरिक कार्रवाई की जाए।
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सेनानायक रामसुरेश यादव ने लापरवाही स्वीकार करते हुए कहा कि जांच उपसेनानायक को दी है और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला न्यायिक परिसर की सुरक्षा, पुलिस आचरण और कानून के शासन को बनाए रखने के लिए एक मील का पत्थर बन गया है।
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