Haryana ASI Suicide News: IPS पूरन सुसाइड मामले में नया ट्विस्ट, अब ASI संदीप लाठर ने क्यों की आत्महत्या?

रोहतक। हरियाणा में आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि मंगलवार को रोहतक से एक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। रोहतक आईजी ऑफिस की साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप लाठर ने मंगलवार दोपहर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। एएसआई ने मरने से पहले चार पेज का सुसाइड नोट लिखा और एक वीडियो भी बनाई, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। इसमें एएसआई ने दिवंगत आईपीएस वाई पूरन कुमार पर जातिवाद को बढ़ावा देने और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही सुसाइड नोट में छुट्टी पर भेजे गए डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक एसपी रहे नरेन्द्र बिजारणियां को एक साफ छवि व ईमानदार अधिकारी बताया है।
पुलिस ने सुसाइड नोट को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। साथ ही पुलिस एएसआई द्वारा बनाई गई वीडियो की भी जांच कर रही है। एएसआई द्वारा आत्महत्या करने से पुलिस महकमे में हडकंप मचा हुआ है।
पुलिस के अनुसार सूचना मिली कि लाढौत-धामड रोड स्थित खेत में बने कमरे में एक व्यक्ति का शव पड़ा है। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। मृतक की पहचान जींद जिले के गांव जुलाना निवासी संदीप लाठर के रूप में हुई, जोकि रोहतक आईजी ऑफिस की साइबर सेल में एएसआई के पद तैनात पर था। पुलिस ने घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे।
पुलिस को मौके से चार पेज का सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें लिखा था कि वह स्वतंत्रता सेनानी परिवार से है। देश व समाज से बड़ा कोई नहीं है और शहीद भगत सिंह ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति दी, इसलिए वो उनके आदर्श हैं। आज समाज में एक बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार और जातिवाद है, जो सच्चाई और आदर्श में बाधित करते हैं। हरियाणा में आईएएस अधिकारी व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार करते है, परंतु कुछ ईमानदार अफसर हैं जिन्होंने बहुत हद तक भ्रष्टाचार पर लगाम लगा दी है। इसमें हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर व रोहतक पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र बिजारणियां शामिल हैं, जिन्होंने ईमानदारी व सत्य का साथ दिया और पुलिस कर्मियों को सही के लिए हमेशा प्रेरित किया।
सुसाइड नोट में गंभीर आरोप लगाते हुए आगे लिखा कि वाई पूरन कुमार का तबादला रोहतक रेंज में होते ही भ्रष्टाचार पुलिस कर्मचारियों की तैनाती आईजी ऑफिस में कर दी और ईमानदार कर्मचारियों का तबादला। एएसआई संदीप ने सुसाइड नोट में वाई पूरन कुमार द्वारा जातिवाद को बढ़ावा देने व ईमानदार मुलाजिमों का शोषण करने और सामान्य नागरिकों व व्यापारियों को शारीरिक और मानसिक रूप से टार्चर करने तथा जमकर भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाए। पुलिस ने सुसाइड नोट को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
परिजनों ने शव देने से किया इनकार
मृतक के परिजनों ने पुलिस को शव पोस्टमार्टम के लिए देने से इनकार कर दिया और शव को अपने साथ गांव ले गए। परिजनों का कहना है कि पुलिस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सामने रखे और इसके बाद ही शव का पोस्टमार्टम कराएंगे। पुलिस ने शव लेने के लिए परिजनों को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन परिजन नहीं माने और शव को अपने साथ ले गए।