दिवाली के बाद सांस लेना हुआ मुश्किल: मध्य प्रदेश की हवा में जहर घुला, ग्वालियर, सागर और मंडीदीप में AQI 300 के पार

हवा में घुला धुआं और धूल

डॉक्टरों की चेतावनी - “बच्चों और बुजुर्गों को घर में रखें”
पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. प्रराग शर्मा के अनुसार, हवा में मौजूद प्रदूषक कण अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, हृदय रोग और अन्य सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक हैं। उन्होंने सलाह दी कि बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकलने से बचाना चाहिए और सामान्य लोगों को भी मास्क (N-95) पहनने, भाप लेने और अधिक पानी पीने की आदत डालनी चाहिए।
प्रदूषण के तीन बड़े कारण - पटाखे, ठंडी हवा और लापरवाही
ठंडी और स्थिर हवा: दीपावली की रात हवा की गति केवल 8-10 किमी/घंटा रही, जबकि सामान्यतः यह 40 किमी होती है। इससे धुआं ऊपर नहीं उठा और जमीन के पास ही जमा हो गया।
पटाखों की बिक्री में बढ़ोतरी: पटाखा व्यापारी संघ के अनुसार, इस बार 10 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ जो पिछले साल से 10% अधिक है।
सरकारी तैयारी अधूरी: भोपाल में केवल 19 वाहनों से फॉगिंग और पानी का छिड़काव किया गया, जबकि पिछले वर्ष दशहरे के बाद से लगातार सफाई अभियान चलाया गया था।
ग्वालियर से मंडीदीप तक बिगड़ी हवा
ग्वालियर (AQI 302): इस समय मध्य प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर, जहां हवा “बहुत खराब” श्रेणी में है। बच्चों, बुजुर्गों और हृदय रोगियों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक है।
सागर और मंडीदीप: तेजी से बढ़ते औद्योगिक क्षेत्रों के कारण वायु गुणवत्ता लगातार गिर रही है। स्थानीय लोग प्रशासन से कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
भोपाल और इंदौर: आमतौर पर साफ हवा वाले शहर अब “खराब AQI श्रेणी” में पहुंच गए हैं, खासकर कलेक्टरेट और व्यस्त इलाकों में प्रदूषण स्तर अधिक पाया गया है।
डॉक्टरों की एहतियाती सलाह
विशेषज्ञों के अनुसार, फिलहाल लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए कुछ सावधानियां अपनानी चाहिए —
- सुबह और शाम के समय घर से बाहर निकलने से बचें।
- N-95 मास्क पहनें।
- भाप और गर्म पानी का सेवन बढ़ाएं।
- अस्थमा और हृदय रोगियों को अतिरिक्त सतर्कता रखनी चाहिए।
अब प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती
प्रदूषण का स्तर जिस तेजी से बढ़ा है, वह प्रशासनिक लापरवाही और पर्यावरण जागरूकता की कमी को दर्शाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को अब दीर्घकालिक प्रदूषण नियंत्रण योजना लागू करनी होगी, जिसमें उद्योगों, यातायात और आतिशबाजी पर सख्त नियंत्रण शामिल हो।
