भंडारा में हादसा: सड़क के गड्ढे ने ली मासूमों की मुस्कान, पुल से गिरी स्कूल वैन - 10 छात्र घायल

Maharashtra News: महाराष्ट्र के भंडारा जिले में गुरुवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब एक स्कूल वैन सड़क पर बने गहरे गड्ढे से बचने के प्रयास में पुल से नीचे गिर गई। इस हादसे में 10 बच्चे घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। बताया गया कि हादसा उस वक्त हुआ जब बच्चे स्कूल से घर लौट रहे थे।
ड्राइवर ने गड्ढे से बचाने की कोशिश में खोया नियंत्रण

स्थानीय नागरिकों ने शुरू किया बचाव कार्य
हादसे के तुरंत बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों और राहगीरों ने बच्चों को वैन से बाहर निकाला। आपातकालीन सेवाओं को बुलाने से पहले स्थानीय लोगों ने अपने वाहनों से घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के अनुसार, सभी बच्चों की हालत फिलहाल स्थिर है और दो छात्रों को मामूली फ्रेक्चर की शिकायत है।
लापरवाह सड़क निर्माण पर भड़के लोग
घटना के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया। लोगों ने लोक निर्माण विभाग (PWD) और नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने कहा कि पिछले कई महीनों से वे सड़क की मरम्मत की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। लोगों ने चेतावनी दी कि यदि तुरंत सड़क की मरम्मत नहीं की गई तो वे आंदोलन करेंगे।
भंडारा - ‘झीलों के शहर’ से ‘गड्ढों के नगर’ तक
भंडारा जिले को ‘झीलों का शहर’ कहा जाता है क्योंकि यहां करीब 3,500 प्राचीन झीलें हैं। लेकिन अब स्थानीय लोग तंज कसते हुए कह रहे हैं कि “सड़कों पर बने गड्ढों” ने भी शहर को ‘नई झीलों’ का दर्जा दे दिया है। सोशल मीडिया पर लोगों ने पानी से भरी सड़कों और गड्ढों की तस्वीरें पोस्ट कर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
राज्य सरकार ने दिए जांच और मरम्मत के आदेश
राज्य सरकार ने घटना पर दुख जताया है और भंडारा प्रशासन को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया गया है कि खराब सड़कों की मरम्मत का कार्य तत्काल प्रारंभ किया जाए। जिले के प्रशासन ने कहा है कि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
माता-पिता बोले - हर दिन बच्चों की जिंदगी खतरे में
हादसे से आहत परिजनों ने प्रशासन से सड़कों को जल्द दुरुस्त करने की मांग की है। एक अभिभावक ने कहा, “हर दिन बच्चे स्कूल जाते हैं, लेकिन हमें यह डर रहता है कि कहीं रास्ते में कोई गड्ढा उनकी जिंदगी न ले ले।” लोगों ने बच्चों को सुरक्षित परिवहन व्यवस्था देने की अपील भी की।
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