टनकपुर में ‘सशक्त बहना उत्सव’ में बोले सीएम धामी - मातृशक्ति की भागीदारी से साकार होगा विकसित उत्तराखंड का सपना

Utarakhand News: टनकपुर के छीनीगोठ खेल मैदान में आयोजित ‘सशक्त बहना उत्सव’ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिलाओं की भागीदारी को राज्य के समग्र विकास की रीढ़ बताया। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी दिशा में प्रदेश भर में कई योजनाएं लागू की जा रही हैं, जो परिवार, समाज और राष्ट्र तीनों को मज़बूती देंगी।
करोड़ों की विकास योजनाओं का लोकार्पण

केंद्र और राज्य मिलकर बना रहे महिलाओं को सशक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की उज्ज्वला, जन धन, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आवास, बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ और नारी शक्ति वंदन जैसी योजनाएं महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से मज़बूती प्रदान कर रही हैं। उत्तराखंड में भी 70 हजार स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से पांच लाख महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ी हैं। इनमें से 1.65 लाख महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं — जो बदलते ग्रामीण भारत की नई पहचान हैं।
लोकल उत्पादों के प्रति सीएम का उत्साह
कार्यक्रम के दौरान धामी ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कई स्टॉल का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां मट्ठा बनाया, ओखल में धान कूटा, और लोहा उद्योग के स्टॉल पर हाथ चरखा चलाकर "लोकल फॉर वोकल" का संदेश दिया। दीपावली लाइटों की सोल्डरिंग करती महिलाओं को प्रोत्साहित किया और कहा कि "यह मेहनती महिलाएं आत्मनिर्भर भारत की जीवंत तस्वीर हैं।"
प्रेरणा महिला समूह को मिला ‘खुशियों का तोहफा
सीएम धामी ने रीप परियोजना के तहत गठित ‘प्रेरणा महिला समूह’ को पाँच ई-रिक्शा की चाबी सौंपी। उन्होंने कहा कि “यह केवल वाहन नहीं, बल्कि खुशियों की चाबी और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।” धामी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य महिलाओं को मदद मांगने वाला नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर उद्यमी बनाना है, जो अपने गाँव और परिवार का भविष्य बदल सकें।
कैंप कार्यालय से जनता की समस्याओं तक सीधी पहुँच
मुख्यमंत्री ने टनकपुर में 45 लाख की लागत से बने अपने नए कैंप कार्यालय का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह भवन केवल प्रशासनिक केंद्र नहीं बल्कि “जनता की समस्याओं के समाधान का केंद्र” होगा। धामी ने बताया कि इस कार्यालय के माध्यम से जनता की शिकायतें सीधे उनके संज्ञान में आएंगी, ताकि प्रशासनिक प्रक्रियाओं में तेजी लाई जा सके और समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके।
हमने जो कहा उसे निभाया - धामी का भरोसा
अपने संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार वादे नहीं, काम करने में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा, “हमने जो कहा था, उसे निभाया है। अब हमारी प्राथमिकता उत्तराखंड को समृद्ध, सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाना है, जिसमें महिलाओं की भूमिका सबसे अहम होगी।