रिटायर्ड इंस्पेक्टर के बेटे की 6 गोलियां मारकर हत्या, दोस्त ही निकला गद्दार- आरजू बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
Punjab News: चंडीगढ़ के सेक्टर-26 टिंबर मार्केट में शाम एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। पंजाब पुलिस के रिटायर्ड इंस्पेक्टर के बेटे इंद्रप्रीत सिंह पैरी (28) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। चौंकाने वाली बात यह है कि वारदात को किसी बाहरी गैंगस्टर ने नहीं, बल्कि पैरी के ही एक बेहद करीबी दोस्त ने अंजाम दिया।
साथी ने दिया टिंबर मार्केट चलने का झांसा
सुनसान जगह में अचानक हमला
जैसे ही कार टिंबर मार्केट के सुनसान इलाके में पहुंची, आरोपी ने अचानक पिस्टल निकालकर नजदीक से फायरिंग शुरू कर दी। गोलियां पैरी के पेट और छाती में लगीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रारंभिक जांच के मुताबिक 10–12 राउंड फायर हुए, जिनमें चार गोलियां पैरी को लगीं।
दूसरी टीम की ताबड़तोड़ फायरिंग
पहली फायरिंग के बाद आरोपी कार से उतरकर पीछे से आ रही फेक नंबर प्लेट लगी क्रेटा में जाकर बैठ गया। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि क्रेटा पैरी की कार के पीछे-पीछे चल रही थी। जैसे ही आरोपी उसमें चढ़ा, क्रेटा आगे आई और उसमें बैठे अन्य हमलावरों ने पैरी की कार पर ताबड़तोड़ दूसरी राउंड फायरिंग की। यह सुनिश्चित करने के लिए कि पैरी किसी भी हालत में जिंदा न बचे।
13 नवंबर को हुई थी शादी: पुराने गैंग कनेक्शन भी आए सामने
चौंकाने वाली बात यह है कि इंद्रप्रीत सिंह पैरी की शादी केवल 15 दिन पहले ही 13 नवंबर को हुई थी। पुलिस की जांच यह भी बता रही है कि पैरी कभी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के करीबियों में गिना जाता था। हत्या के बाद सोशल मीडिया पर आरजू बिश्नोई गैंग ने पोस्ट कर वारदात की जिम्मेदारी ली, और पैरी पर "गद्दारी" का आरोप लगाया।
पुलिस के बड़े अफसर मौके पर पहुंचे
गोलीबारी की आवाज सुनकर आसपास के लोग दहशत में आ गए और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने पैरी को कार की ड्राइवर सीट पर मृत पाया।
आईजीपी पुष्पेंद्र कुमार, एसएसपी कंवरदीप कौर, एसपी सिटी प्रियंका और डीएसपी चरणजीत सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। सीएफएसएल टीम ने करीब दो घंटे तक फोरेंसिक साक्ष्य जुटाए। कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और हमलावरों की तलाश जारी है।
