अंता उपचुनाव में कांग्रेस की धमाकेदार जीत: भाजपा सत्ता में होते हुए भी पिछड़ी, निर्दलीय नरेश ने बदल दिया पूरा मुकाबला
Rajasthan News: अंता उपचुनाव के नतीजों ने राजस्थान की राजनीति को पूरी तरह झकझोर दिया है। सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा के प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस ने यहां न सिर्फ बाजी मारी बल्कि राजनीतिक समीकरणों को पलट कर रख दिया।
प्रचार में भाजपा की पूरी फौज उतरी
निर्दलीय नरेश मीणा ने बदला पूरा खेल
इस उपचुनाव का सबसे बड़ा सरप्राइज रहा निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा का प्रदर्शन। शुरुआती 15 राउंड्स तक नरेश, भाजपा से आगे रहे और भाजपा तीसरे स्थान पर रही। इससे मुकाबला रोमांचक और भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया।
प्रमोद जैन भाया तीसरी बार अंता से विजयी
कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया ने पोस्टल बैलेट से ही बढ़त बना ली थी, जिसे उन्होंने लगभग पूरे राउंड्स में बरकरार रखा। इससे पहले वे 2008 और 2018 में भी अंता से जीत दर्ज कर चुके हैं। कांग्रेस ने लगातार भाया पर दांव लगाया और यह रणनीति सफल रही।
संख्या बदली कम, पर संदेश पूरे प्रदेश में गूंजा
इस जीत से कांग्रेस की संख्या विधानसभा में 66 से बढ़कर 67 हो जाएगी। आंकड़ों में बड़ा बदलाव न दिखे, लेकिन राजनीतिक तौर पर यह परिणाम बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
वसुंधरा राजे के गढ़ में भाजपा की हार
अंता सीट झालवाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र में आती है, जिसे वसुंधरा राजे का मजबूत गढ़ माना जाता है। यहां से उनके बेटे दुष्यंत सिंह सांसद हैं। ऐसे में भाजपा की यह हार संगठन की एकजुटता पर भी सवाल खड़े कर रही है।
5 चुनावों में पहली बार दोहरी नहीं, त्रिकोणीय टक्कर
अंता में अब तक मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही होता रहा है। लेकिन इस बार नरेश मीणा ने नए समीकरण बनाए। भाजपा ने पिछले 5 चुनावों में 4 बार अपना चेहरा बदला, जबकि कांग्रेस इसी सीट पर हमेशा भाया को उतारती रही-जिसका फायदा उन्हें मिलता रहा।
गहलोत ने बताया जनविश्वास की जीत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह जीत जनता का कांग्रेस पर भरोसा है और भाजपा की नाकामियों के खिलाफ जनादेश है। दूसरी ओर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि वे जनता के आदेश को स्वीकार करते हैं।
भाया की पत्नी उर्मिला जैन ने कही दिल को छूने वाली बात
विजय के बाद भाया की पत्नी और बारां जिला प्रमुख उर्मिला जैन ने समर्थकों से कहा कि जनता ने कांग्रेस और भाया पर भरोसा जताया है। उन्होंने अभियान में हुई अमर्यादित भाषा का जिक्र करते हुए इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
