राजस्थान का ईसरदा बांध बनेगा प्यासों की जीवनरेखा: दूसरे चरण में 1500 करोड़ की लागत से बढ़ेगी क्षमता
Rajasthan News: राजस्थान में पानी की समस्या से जूझ रहे 35 लाख से अधिक लोगों के लिए राहत भरी खबर है। राज्य सरकार ने ईसरदा बांध परियोजना का दूसरा चरण शुरू कर दिया है। इस चरण के पूरा होने के बाद बांध की क्षमता मौजूदा से लगभग तीन गुना बढ़ जाएगी और 10.77 टीएमसी तक पहुंच जाएगी।
दूसरे चरण की भूमि अवाप्ति शुरू
262 आरएल मीटर तक भरेगा बांध
अधिकारियों के मुताबिक, परियोजना के दूसरे चरण में बांध को 262 आरएल मीटर की ऊंचाई तक भरा जाएगा। इस पर करीब 1500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। सरकार ने दावा किया है कि प्रभावित परिवारों को पुनर्वास और मुआवजे की पूरी गारंटी दी जाएगी।
80 प्रतिशत सहमति होगी अनिवार्य
नियमों के अनुसार, प्रभावित परिवारों में से 80 प्रतिशत लोगों की सहमति अनिवार्य होगी। इसके बाद ही भूमि अवाप्ति और पुनर्वास की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि मुआवजा और पुनर्वास नीति के तहत लोगों के हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
पहला चरण पहले ही पूरा
ईसरदा बांध का पहला चरण पहले ही पूरा हो चुका है, जिसमें बांध की भराव क्षमता 91.4 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमक्यूएम) थी। दूसरे चरण के पूरा होते ही बांध की जल संग्रहण क्षमता लगभग तीन गुना हो जाएगी, जिससे बड़े पैमाने पर जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी।
कहां-कहां पहुंचेगा पेयजल
इस बांध से दौसा जिले के 1079 गांव और पांच शहरों के साथ ही सवाईमाधोपुर के 177 गांव और एक शहर को पेयजल आपूर्ति की जाएगी। अनुमान है कि इसके माध्यम से करीब 35.13 लाख आबादी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।
लाखों लोगों के लिए जीवनरेखा बनेगा ईसरदा बांध
राजस्थान में पानी की किल्लत लंबे समय से एक बड़ी समस्या रही है। ईसरदा बांध का दूसरा चरण पूरा होते ही टोंक, दौसा और सवाईमाधोपुर जिले के लाखों लोग जल संकट से बड़ी राहत पाएंगे। यह परियोजना न केवल पेयजल आपूर्ति में मदद करेगी, बल्कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जीवन स्तर को बेहतर बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
