दीपावली से पहले दून की हवा में घुला जहर, AQI 171 पार - आज बढ़ेगा प्रदूषण, सांस के मरीजों के लिए खतरा


धीमी हवा और सर्द मौसम ने बढ़ाई मुश्किलें

दून के कई क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक सीमा पार
देहरादून में वायु गुणवत्ता मापन के लिए घंटाघर, नेहरू कॉलोनी और दून विश्वविद्यालय क्षेत्र में मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार, 18 अक्टूबर को घंटाघर क्षेत्र का AQI 171 और नेहरू कॉलोनी का 128 रहा। जबकि पिछले पांच दिनों में लगातार प्रदूषण स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक, 150 से अधिक AQI सांस और हृदय रोगियों के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है।
प्रशासन ने कसी कमर
प्रदूषण नियंत्रण के लिए नगर निगम और स्थानीय निकायों ने सड़कों पर पानी का छिड़काव शुरू किया है। क्षेत्रीय अधिकारी अमित पोखरियाल ने बताया कि ई-रिक्शा द्वारा जनजागरूकता अभियान और सोशल मीडिया के जरिए अपीलें की जा रही हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि दीपावली पर पटाखों का सीमित उपयोग करें और प्रदूषण बढ़ाने वाली गतिविधियों से बचें।
दीपावली पर और बिगड़ेगा हालात
मौसम और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि दीपावली की रात पटाखों के धुएं और ठंडी हवा के मेल से वायु गुणवत्ता और खराब होगी। इस स्थिति में वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और अस्थमा के मरीजों को घर के अंदर रहना चाहिए। पर्यावरण विशेषज्ञों ने ‘ग्रीन दिवाली’ मनाने और पर्यावरण-मित्र दीपकों का उपयोग करने की सलाह दी है।
जश्न में सावधानी जरूरी, वरना बढ़ेगी परेशानी
दीपावली का उत्सव रोशनी का प्रतीक है, लेकिन इस बार यह रोशनी स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से जिम्मेदारी के साथ त्योहार मनाने की अपील की है, ताकि दीपावली खुशियों के साथ-साथ स्वच्छ हवा का भी संदेश दे सके।