देहरादून में टल गया ‘राजा रघुवंशी जैसा मर्डर प्लान’: पत्नी ने मंगाया हथौड़ा, पति की जासूसी ने खोली बेवफाई की पोल

Uttarakhand News: देहरादून के तपोवन इलाके से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां गुरुग्राम के सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम चौधरी की पत्नी अपने प्रेमी के साथ होटल के कमरे में पकड़ी गई। बताया जा रहा है कि अगर वक्त पर खुलासा नहीं होता, तो मामला इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस जैसा बन सकता था।
पत्नी ने न केवल शादी के बाद पति से दूरी बना ली, बल्कि गुप्त रूप से अपने प्रेमी के साथ संबंध भी जारी रखे। पति की जासूसी के बाद जब सच्चाई सामने आई, तो पूरा मामला थाने तक पहुंच गया।
शादी के बाद पत्नी ने पति से तोड़ा शारीरिक संबंध, बढ़ा शक
धीरे-धीरे पत्नी का व्यवहार बदलने लगा, और शुभम को शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है। एक दिन उसने पत्नी का मोबाइल चेक किया, तो वह प्रेमी के साथ रोमांटिक चैटिंग और कॉल डिटेल्स देखकर दंग रह गया। इसके अलावा, उसे पता चला कि उसकी पत्नी का प्रेमी कई दिनों से उसका पीछा भी कर रहा है।
जासूसी एजेंसी ने उजागर किया पत्नी की बेवफाई का सच
संदेह पुख्ता होने पर शुभम ने तियांजू इन्वेस्टिगेटिव सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नामक जासूसी एजेंसी से संपर्क किया। एजेंसी ने अपनी जांच शुरू की और पत्नी की गतिविधियों पर नज़र रखी।
उसी दौरान पत्नी को भी आभास हो गया कि शुभम को उसकी करतूतों का पता चल चुका है। उसने अपने प्रेमी के साथ ऋषिकेश जाने और आगे की योजना बनाने का निर्णय लिया। 30 सितंबर को दोनों कार से ऋषिकेश पहुंचे और तपोवन स्थित एक होटल में ठहरे।
होटल के कमरे में पकड़ी गई पत्नी, पुलिस ने किया खुलासा
जासूसी एजेंसी की टीम शुभम को जानकारी देती हुई होटल तक पहुंची। रात करीब 10:30 बजे शुभम ने पुलिस से संपर्क किया, लेकिन महिला पुलिसकर्मी की अनुपस्थिति के चलते तत्काल कार्रवाई नहीं हो सकी।
बाद में डायल 112 पर कॉल करने पर सुबह 4 बजे मुनीकीरेती थाने की सब-इंस्पेक्टर लक्ष्मी पंत टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। होटल के कमरा नंबर-202 में शुभम की पत्नी अपने प्रेमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ी गई। कमरे में हंगामा भी हुआ और दोनों को पुलिस चौकी ले जाया गया।
ऑनलाइन मंगाए गए कंडोम और हथौड़ा
जांच के दौरान शुभम ने बताया कि उसने पत्नी के मोबाइल में ऑनलाइन शॉपिंग हिस्ट्री भी देखी थी, जिसमें बार-बार कंडोम मंगाने के रिकॉर्ड मिले। इससे शुभम को पत्नी के दोहरे जीवन पर पूरा भरोसा हो गया।
लेकिन जब उसने देखा कि पत्नी ने हाल ही में ऑनलाइन हथौड़ा (हैमर) भी खरीदा है, तो उसने आशंका जताई कि कहीं वह और उसका प्रेमी मिलकर उसकी हत्या की साजिश तो नहीं रच रहे। यह खुलासा सुन पुलिस भी चौक गई।
प्रेमी कई दिनों से कर रहा था शुभम का पीछा
जासूसी एजेंसी के निदेशक देवव्रत पुरी गोस्वामी ने बताया कि जांच में यह भी सामने आया कि पत्नी का प्रेमी पिछले कई दिनों से शुभम की हर गतिविधि पर नज़र रख रहा था। पुलिस पूछताछ में प्रेमी ने खुद कबूल किया कि वह शुभम का पीछा कर रहा था।
हालांकि, शुभम ने पुलिस में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई, जिसके चलते पुलिस ने दोनों को चेतावनी देकर छोड़ दिया।
शादी से पहले ही था अफेयर,
पुलिस जांच में सामने आया कि शुभम की पत्नी का यह प्रेम संबंध शादी से पहले का था। उसके परिवार को भी इस रिश्ते की जानकारी थी, लेकिन जातिगत मतभेद के कारण विवाह नहीं हो पाया।
पत्नी जाट समुदाय से है जबकि प्रेमी ब्राह्मण जाति का है और उसका गाजियाबाद में कबाड़ का कारोबार है। मजबूरी में परिवार ने लड़की की शादी शुभम चौधरी से कराई थी।
पुलिस ने सत्यापित की घटना, पर तहरीर न मिलने से छोड़ा मामला
मुनीकीरेती कोतवाली प्रभारी प्रदीप चौहान ने बताया कि 30 सितंबर की मध्य रात्रि को शुभम ने डायल-112 पर सूचना दी थी कि उसकी पत्नी किसी अन्य व्यक्ति के साथ होटल में ठहरी हुई है।
पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी सही पाई, लेकिन शुभम की ओर से लिखित शिकायत (तहरीर) न मिलने के कारण पत्नी और उसके प्रेमी को छोड़ दिया गया।
जासूसी ने बचाई एक जान, टल गया ‘मेघालय जैसा मर्डर केस’
अगर शुभम ने समय रहते अपनी पत्नी पर शक न किया होता और जासूसी एजेंसी की मदद न ली होती, तो यह मामला इंदौर के राजा रघुवंशी केस जैसा बन सकता था।
फिलहाल शुभम ने अपनी पत्नी से रिश्ता खत्म कर लिया है, और पुलिस इस पूरे प्रकरण को घरेलू विवाद और व्यक्तिगत स्तर पर सुलझे मामले के रूप में देख रही है।