शामली: यूपी के किसानों का हरियाणा के खनन अधिकारियों पर दबंगई का आरोप, सरकारी बालू पट्टे पर काम रुका
शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में किसानों और सरकारी पट्टे के ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि हरियाणा के खनन विभाग के अधिकारी सरकारी बालू खनन के काम में लगातार बाधा डाल रहे हैं। आरोप है कि अधिकारी जबरदस्ती खनन कार्य रोकते हैं और आसपास के किसानों की आवागमन पर पाबंदी भी लगाते हैं।
शामली के प्रशासनिक अधिकारियों ने टीम भेजकर सर्वेक्षण कराया। एसडीएम ऊन संदीप त्रिपाठी ने बताया कि पूरा क्षेत्र यूपी की सीमा के भीतर आता है और अभी सर्वे रिपोर्ट ऑफ इंडिया की कोई ऑथेंटिक रिपोर्ट नहीं आई है। इसलिए सीमांकन करना फिलहाल संभव नहीं है। उन्होंने इस सर्वे रिपोर्ट की एक प्रति हरियाणा के करनाल जनपद के एसडीएम को भी भेज दी है और कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गई खनन अनुमति के तहत कार्य करने दिया जाए।
किसानों का आरोप है कि अधिकारी जानबूझकर उनके काम में बाधा डालते हैं जिससे खेती-बाड़ी प्रभावित हो रही है। शाकंभरी माइंस के कर्मचारी चांद राणा ने बताया कि हरियाणा के अधिकारी कई बार खनन कार्य रोक चुके हैं, जिससे उत्तर प्रदेश सरकार को भी राजस्व हानि होती है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की थी, जिसके बाद काम फिर से शुरू कराया गया।
इस पूरे मामले में सीमा विवाद यथावत है और औपचारिक रिपोर्ट आने तक इसका समाधान मुश्किल है।
