शामली में बढ़ता स्मॉग, आंखों और फेफड़ों को हो रही परेशानी
शामली। धीरे-धीरे ठंड बढ़ने के साथ ही स्माग का कहर भी बढ़ने लगा है। प्रदूषण व धुआं फैलने से स्माग आसमान में सफेद चादरनुमा हो रहा है। स्माग आंखों में जलन के साथ ही सांस लेने में तकलीफ पैदा कर रहा है। पिछले कई दिनों से स्माग में इजाफा हुआ है। सुबह के समय हल्का कोहरा सा छाया रहता है।
जानकारी के अनुसार सर्दी शुरू आते ही स्मॉग का असर भी शुरू हो जाता है। इन दिनों फिर से स्माग धीरे धीरे रफ्तार पकड़ने लगा है। पिछले करीब एक सप्ताह से स्मॉग ने शहर को अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया है। सुबह के समय हल्का कोहरा छाया रहता है, स्मॉग बढते ही सड़क पर दृश्यता भी कम हो जाती है, इससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। रविवार की सुबह भी स्मॉग की चादर छाई रही। सुबह के समय स्मॉग का असर रहने से लोगों को आंखों जलन, सांस लेने में परेशानियों का सामना करना पडा।
वहीं चिकित्सकों के यहां आंखों में जलन, सांस, एलर्जी के मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। सरकारी और निजी अस्पतालों में आंखों में जलन, खुजली व एलर्जी महसूस करने वाले मरीज भी सामने आ रहे है।
चिकित्सकांे का कहना है कि प्रदूषण के पार्टिकल्स श्वांस नली के जरिये सीधे फेफड़ों में पहुंचकर विभिन्न तरह के संक्रमण पैदा कर रहे हैं। यही प्रदूषण के पार्टिकल्स आंखों में जलन, खुजली व एलर्जी भी पैदा करने की वजह बन रहे हैं, ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी सांस के मरीजों को होती है, ऐसे मरीजों को सुबह के समय घरों से नहीं निकलना चाहिए, साथ ही चिकित्सकों से भी संपर्क करते रहना चाहिए।
